Automatic Transmission Cars: ग्लोबल मार्केट में आज के टाइम में एक से बढ़कर एक टेक्नोलॉजी वाली कारें लॉन्च की जा रही है जिनकी खासियत जानकर हर चौंक जाता है। प्रतिष्ठित वाहन कंपनियों ने कारों के श्रृंखला में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों (Automatic Transmission Cars) को भी एक अलग ही रूप दिया है जिससे ग्राहक खूब प्रभावित होते हैं। दरअसल, ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों की सबसे बड़ी खासियत होती है कि इसके गियर ऑटोमेटिक तरीके से शिफ्ट होते रहते हैं जिससे चालक को खुद से कुछ नहीं करना होता है और वह सिर्फ अपनी ड्राइविंग पर ही फोकस रखता है।
आपको बता दे कि वाहन मार्केट में ट्रांसमिशन वाली कारों की डिमांड बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में मैनुअल ट्रांसमिशन कराने के लिए स्टीयरिंग व्हील पर स्विच दिए होते हैं, इन्हें ही “पैडल शिफ्टर्स” (Paddle Shifters ) कहते हैं। पैडल शिफ्टर्स की मदद से आप स्टीयरिंग व्हील से ही गियर शिफ्ट कर पाते हैं।
पैडल शिफ्टर्स एक कार के स्टीयरिंग व्हील के पीछे या कार के गियर को सक्रिय करने वाले स्टीयरिंग कॉलम पर निर्मित तंत्र हैं। दायां पैडल ऊपर की ओर, जबकि बायां पैडल नीचे की ओर। कुछ वाहनों में, बाएँ और दाएँ दोनों पैडल को अधिकतम लचीलेपन के लिए ऊपर या नीचे शिफ्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
पैडल शिफ्टर्स कैसे काम करते हैं?
पैडल शिफ्टर्स ड्राइवर को प्रत्येक पैडल के माध्यम से कार के गियरिंग को नियंत्रित करने की अनुमति देते हैं। आमतौर पर, दाएं पैडल पर क्लिक करने से ट्रांसमिशन ऊपर की ओर हो जाता है, जबकि बाएं पैडल पर क्लिक करने से ट्रांसमिशन डाउनशिफ्ट हो जाता है। कुछ पैडल, जैसे मैकलारेन सुपरकार्स में पाए जाते हैं, ड्राइवर के साथ अप और डाउनशिफ्ट दोनों हो सकते हैं जो पैडल को अपशिफ्ट में खींचने और डाउनशिफ्ट को पुश करने में सक्षम होते हैं।