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Home Uttar Pradesh छोड़ फ़िक्र दुनिया की चल ‘‘कमाई’’ करते है खत्म बुराई-शुरू कमाई

छोड़ फ़िक्र दुनिया की चल ‘‘कमाई’’ करते है खत्म बुराई-शुरू कमाई

मेरठ न्यूज़-कहते है कि राजनीति में कोई ऐसा सगा नहीं जिसने जनता को ठगा नहीं, मेरठ में भाजपा के जनप्रतिनिधि इन दिनों कुछ ऐसा ही कह रहे है। शुरूआत 24 के चुनाव से पहले भाजपा के नए ज़िलाध्यक्ष की ताजपोशी से होती है, पार्टी ने दोबारा से शिवकुमार राणा पर भरोसा जताया और उनको मेरठ भाजपा संगठन में ज़िलाध्यक्ष की कमान सौंप दी।

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शिवकुमार राणा यूं तो उर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर के करीबी माने जाते थे, लेकिन खबर अंदरखाने की है कि जमीनों की बंदरबांट में उनकी मंत्री जी से बिगड़ गई और वो फिर जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के खेमे में जा पहुंचे।

बताते चले कि हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक पर खादर क्षेत्र की ज़मीनों को कब्जाने के आरोप लगे, जिसमें जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने भी बहती गंगा में हाथ धो लिए, अब यहां भी शिव और दिनेश में रार हो गई।

सीएम से लेकर मुख्य सचिव तक हुई बुराई

सूत्रों के मुताबिक ज़मीनों की अंधी कमाई का मामला सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर मुख्य सचिव तक पहुंचा और सबसे बड़ी और दिलचस्प बात ये कि शिकायत और बुराई करने वाले कोई ओर नहीं बल्कि ‘‘जर और ज़मीन’’ के चक्कर में एक दूसरें के जानी दुश्मन बने भाजपा विधायक ही थे,

बता दें कि मेरठ में मेरठ दक्षिण से डा. सोमेन्द्र तोमर, मेरठ कैंट से अमित अग्रवाल और हस्तिनापुर से दिनेश खटीक विधायक है और इनमें आपस में ठन गई थी, एक दूसरें की खूब बुराई हुई। सूत्र तो ये भी बताते है कि हाल ही उर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर के
खिलाफ़ सड़कों पर उतरें पल्लवपुरम के लोगो ने ज़मीन कब्जाने का आरोप लगाया तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर की क्लास लगा दी।

छोड़ो बुराई चलो करते है कमाई, फिर से हो गया पैचअप

चूंकि लखनउ से माननीयों के पेंच कसे गए तो उनको फिर से पुराना याराना याद आ गया और उन्होंने एक दूसरें की बुराई छोड़कर कमाई शुरू कर दी, ज़िलाध्यक्ष शिवकुमार राणा अब यूं तो किसी खेमे में नहीं है लेकिन इतना ज़रूर है कि उनका जहां मिजान बन जाता है, वो पर्दे के पीछे से काम कर लेते है, जबकि सबसे ज्यादा चर्चाओं में मेरठ दक्षिण और हस्तिनापुर विधानसभा है।

उसकी वजह ये है कि मेरठ दक्षिण विधानसभा के शताब्दी नगर इलाके में न्यू टाउनशिप, एयरपोर्ट टर्मिनल और आईटी पार्क जैसी बड़ी योजना पाइपलाइन में है, और चर्चा ये है कि यहां की ज्यादातर ज़मीने मंत्री सोमेन्द्र तोमर और उनके करीबियों ने औने-पौने दामों में खरीद ली है और यही हाल हस्तिनापुर खादर क्षेत्र में भी है,

जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने दंबगई से कई ज़मीनों को हथिया लिया और बस यही से शुरू हो गया कमाई का धंधा, अब सवाल ये है कि बोले कौन, क्योंकि बोलने वालों में तो पैचअप हो गया।

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