Weather Update: चारधाम में बारिश-बर्फबारी का अलर्ट
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा रूट पर 16 मई यानि कल भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट है। इसलिए श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि वो मौसम के अनुमान को ध्यान में रखकर ही यात्रा करें। मौसम विभाग के मुताबिक बारिश, बर्फबारी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट है। इससे पहले केदारनाथ में रविवार को भी बारिश और बर्फबारी हुई। पुलिस ने श्रद्धालुओं को अपने साथ छाता, गरम कपड़े, प्लास्टिक और जरूरी दवाएं लेकर चलने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में मौसम खराब रहने का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि चारधाम यात्रा रूट पर भूस्खलन और हाइवे बंद होने का खतरा भी मंडरा रहा है। रविवार को केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं ने कुदरती नजारे का आनंद उठाया और बाबा केदार के जयकारे लगाए।
पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट
‘मोचा’ तूफान के डर से पश्चिम बंगाल और अंडमान द्वीप समूह के समुद्री तटों में जाने से टूरिस्टों और स्थानीय लोगों को रोका गया। पश्चिम बंगाल के दो जिलों पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण चौबीस परगना में NDRF के कर्मियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही गोताखोर भी तैनात किए गए हैं क्योंकि समुद्र में तेज लहरें उठ रही हैं। हालांकि मोचा तूफान पश्चिम बंगाल से नहीं टकराएगा लेकिन किसी बदलाव की आशंका को देखते हुए एहतियाती कदम उठाए गए हैं।
एंबुलेंस और मेडिकल दल तैयार
खतरनाक मोचा तूफान से निपटने के लिए बांग्लादेश ने प्रभावित क्षेत्र के पास के हवाईअड्डों को बंद कर दिया था। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई। इसके साथ ही बांग्लादेश सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों के साथ मिलकर कई टन खाने की व्यवस्था की है। रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में दर्जनों एंबुलेंस और मोबाइल मेडिकल दलों को तैयार किया गया है।
कॉक्स बाजार पर भी हो सकता है असर
वहीं बंगाल की खाड़ी से उठा ये तूफान दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर कॉक्स बाजार से भी टकराया और जानकारी के लिए बता दें कि 10 लाख रोहिंग्या शरणार्थी झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं। इस वजह से बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में बाढ़ आई और कॉक्स बाजार और चटगांव के निचले इलाकों में पानी भर गया।
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चक्रवात के कारण भारी बारिश
मोटा’ तूफान बांग्लादेश और म्यांमार को विभाजित करने वाली नाफ नदी से आगे बढ़ते हुए टेकनाफ तटरेखा पर टकराया। फिर म्यांमार के रखाइन प्रांत के सितवे कस्बे के पास दस्तक दी। बांग्लादेश में ये सेंट मार्टिन द्वीप और टेकनाफ बाजार से गुजरा और इस दौरान भारी बारिश हुई।
दो दशकों में सबसे ताकतवर तूफान
बता दें कि मौसम विभाग ने पहले से ही इस तूफान की भयावहता का अनुमान जताया था और कैटिगरी-5 का चक्रवात यानी साइक्लोन बताया था। इस सुपर साइक्लोन से बचने के लिए 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े। इतना ही नहीं, बांग्लादेश के मौसम विभाग ने इस तूफान को दो दशकों का सबसे ताकतवर तूफान बताया है।
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