Baby Sleep Time: जन्म के बाद बच्चे दिन-रात Baby Sleep सोते हैं। कई बार बच्चों को दूध पीने के लिए भी जगाना पड़ता है। जन्म के तीसरे महीने में शिशु के सोने का तरीका baby sleeping pattern थोड़ा बदल जाता है। शुरुआत में शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए नींद बहुत जरूरी है। शुरुआत में बच्चा रात को सोएगा और दिन में 2-3 बार झपकी लेगा। बच्चे आमतौर पर सुबह, दोपहर और शाम को सोते हैं। हालांकि, हर बच्चे के सोने का तरीका अलग होता है। कई बार माताएं इस बात को लेकर चिंतित रहती हैं कि बच्चे बहुत ज्यादा सोते हैं। एक बच्चे के लिए दिन में अधिक सोना सामान्य है। करीब 3 महीने का होने के बाद शिशु 2- 3 घंटे तक जगा रह सकता है. बच्चे का ज्यादा सोना उसके विकास में मदद करता है.
शिशु को मिलनी चाहिए इतने घंटे की नींद
उम्र के हिसाब से बच्चों की नींद बदलती रहती है. पैदा होने के बाद बच्चा दिन के 24 घंटों में 18 से 20 घंटे की नींद लेता है.
जब बच्चा 3 महीने का हो जाता है तो नींद में बदलाव आता है. 4 से 12 महीने का बच्चा 12 से 16 घंटे तक सोता है.
बच्चे के 1 से 2 साल के बीच नींद कम हो जाती है. इस उम्र में बच्चे 11 से 14 घंटे सोते हैं.
जब बच्चा 3 से 5 साल का हो जाता है तो इसे कम से कम 10 से 13 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
बच्चे की उम्र 6 से 12 साल की होती है तो बच्चे बड़ों की तरह ही लगभग 9 से 12 घंटे की नींद लेते हैं.
बच्चे को 13 से 18 साल तक होने पर 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
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