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T20 World Cup से पहले रोहित ने साबित किया, ‘हिटमैन’ जैसा कोई नहीं!

T20 वर्ल्डकप से पहले रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने साबित कर दिया कि 20-20 में भी उनसे बड़ा खिलाड़ी कोई नहीं है। जो लोग कह रहे थे कि रोहित शर्मा को कप्तान नहीं रहना चाहिए उनके लिए ये जवाब है। मतलब रोहित शर्मा एक बार फिर वर्ल्डकप में भारत की कप्तानी करते नजर आएंगे। और वनडे वर्ल्ड कप की हार का दर्द खत्म करने के मिशन पर उतरेंगे। लेकिन रोहित के लिए फिर से खुद को साबित करना आसान नहीं था। एक बार फिर उन पर सवाल उठ रहे थे तो कैसे उन्होंने खुद को अव्वल साबित किया।

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रोहित शर्मा को लगा झटके पर झटका!

19 नवंबर, 2023। यह वह दिन था जब न केवल टीम इंडिया के सूरमाओं का, बल्कि करोड़ों भारतीयों को दिल चूर-चूर हुआ। रोते हुए भारतीय टीम के सितारे अच्छे नहीं लग रहे थे। सीना तान के 10 मैच जीतने के बाद अहमदाबाद पहुंचे थे और ऑस्ट्रेलिया से वनडे वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में हार मिली। एक वह दिन था और एक 16 जनवरी तक का दिन। इस दौरान रोहित शर्मा के हाथ से मुंबई इंडियंस की कमान गई तो दूसरी ओर लिमिटेड ओवरों का करियर खत्म होने वाली खबरें कई बार मीडिया में छाई रहीं, लेकिन रोहित थे कि अड़े थे। जब भी पूछा गया तो बोले- वेट एंड वॉच…। समय बलवान होता है। वह खुद ही बयान पेश करेगा।

रोहित तो रोहित हैं!

रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया वनडे वर्ल्डकप का फाइनल हारी, फिर मुंबई इंडियंस की कप्तानी भी गई। सबको लगा अब टी20 वर्ल्डकप में नया कप्तान आएगा। फिर अफगानिस्तान की सीरीज में रोहित शर्मा वापस आये, लेकिन पहले दो मैचों में हिटमैन का बल्ला खामोश रहा। दोनों ही मौकों पर टीम जीती लेकिन रोहित शर्मा का बल्ला खामोश रहा, लोग उन्हें टी20 से बाहर करने की बातें करने लगे।

लेकिन रोहित शर्मा ने तीसरे टी20 में शानदार शतक लगाया और इस रिकॉर्ड 5वें टी-20 इंटरनेशनल शतक से रोहित की आलोचना कर रहीं जिन जुबानों पर ताला नहीं लग पाया था उन पर सुपर ओवर के सुपर शो से शर्मा जी के बेटे ने जड़ दिया। न केवल बैटिंग से साबित किया कि हिटमैन अभी भी सीना ताने खड़ा है, बल्कि बताया कि आज भी कप्तानी के दांव-पेंच में उनसे माहिर कोई नहीं है। पिटते गेंदबाजों के बीच छोटे मैदान पर अफगान पठानों के जबड़े से जीत छीनने के बाद उनके अंदर से संभवत: वह टीस भी जाती रही, जो हार्दिक पंड्या के हाथों मुंबई की कप्तानी के बाद इंटरनेशनल कप्तानी पर मंडरा रहे काले बादलों की वजह से उभरी थी।

रोहित ने जीता बड़ा युद्ध

22 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद हिटमैन ने मैदान पर रनों की बौछार करते हुए बल्ले की धार दिखाई तो कप्तानी कौशल को लेकर हर सवालों के जवाब दे डाले। हिटमैन की यह पारी और कप्तानी में की गई चालाकियों ने बताया कि कैसे उन्होंने मुंबई इंडियंस को 5 बार आईपीएल चैंपियन बनाया और क्यों उन्हें एमएस धोनी के कैलिबर का महान कप्तान कहा जाता है। दूसरे सुपर ओवर में रवि बिश्नोई पर लगाया गया दांव सही साबित हुआ और इसके साथ ही रोहित शर्मा ने सबसे बड़ा युद्ध भी जीत लिया।

जी हां, यह वह युद्ध था, जो रोहित खुद से लड़ रहे थे। वह खुद सवालों के जवाब ढूंढ रहे थे। उनके अंतर्मन में यह बात कहीं न कहीं थी कि अभी उनके लिए T20 क्रिकेट की खत्म नहीं हुई है। वह अभी भी कइयों पर अकेले भारी हैं। कप्तानी में कमाल और बिना विराट कोहली के मैदान में उतरे सुपर ओवर गेम या बड़े मैच जीत सकते हैं।

इस मैच से उनका न केवल खुद का भरोसा लौटा होगा, बल्कि वह 18 साल का रोहित जाग गया होगा, जो आईपीएल में ‘वन फैमिली’ की कप्तानी के दबाव में कहीं खो सा गया था। विराट कोहली के गढ़ बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रोहित-रोहित के शोर ने बता दिया कि मैच में तो रोहित और सिर्फ रोहित ही थे।

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