Cricket Night Watchman: Cricket को जैंटलमैन का गेम कहा जाता है और क्रिकेट की लोकप्रियता दुनिया के सभी देशों में है। समय के साथ लोगों में क्रिकेट का क्रेज बढ़ता जा रहा है लेकिन बहुत लोग ऐसे होते हैं जो क्रिकेट को पंसद करते हैं, लेकिन उन्हें क्रिकेट के कुछ नियम और नाम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती हैं। इसी आधार पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि टेस्ट क्रिकेट में है नाइट वॉचमैन क्यों होता है।
नाइट वॉचमैन क्या है?
टेस्ट क्रिकेट में नाइट वॉचमैन का मतलब ज्यादातर निचले क्रम के यानी पुछले बल्लेबाजों से होता है लेकिन कई मौकों पर विकेटकीपर भी बतौर नाइट वॉचमैन क्रीज पर उतरें हैं। दरअसल जब किसी टेस्ट मैच के दौरान दिन का खेल खत्म होने की कगार पर होता है और बैटिंग कर रही टीम का कोई विकेट गिर जाता है तो उस दौरान बैटिंग साइड का कप्तान टीम के किसी टेलेंडर को बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर भेजता है।
कप्तान ऐसा क्यों करता है
कप्तान ऐसा इसलिए करता है कि क्योंकि टेस्ट मैच के दिन के आखिरी समय में अंधेरा होने लगता है। उस समय विकेट गिरने की संभावना काफी रहती हैं। इस वजह से कप्तान उसी दिन के बाकी बचे कुछ ओवर को खेलने के लिए नाइट वॉचमैन को भेजता है। ऐसे में अगर वो आउट भी हो जाए तो टीम को उससे कुछ खास फर्क नहीं पड़ता।
बता दें कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे नाइट वॉचमैन रहें हैं, जिन्होंने मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए दोहेर शतक और शतक बनाएं हैं।ऐसे नाइट वॉचमैन में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी का नाम टॉप पर है।