साल 2022 खत्म होने वाला है और इस साल हमें बहुत सी नई टेक्नोलॉजी देखने को मिली हैं। हाल ही में भारत में 5G सर्विस की लॉन्चिंग की बात हो या फिर मोस्ट हाइप्ड फोन Nothing Phone 1 की चर्चा, टेक्नोलॉजी के सेक्टर में इस साल बहुत कुछ देखने को मिला। अब साल के जाते-जाते Neuralink की भी डिटेल्स आ गईं जो फ्यूचर टेक्नोलॉजी हो सकती है।
क्या है फ्यूचर की चर्चा
बता दें कि इन सब के बीच 2022 में स्मार्टफोन्स के फ्यूचर को लेकर भी एक चर्चा हुई और फ्यूचर में स्मार्टफोन कैसा होगा? हर कोई जानना चाहता है कि फ्यूचर फोन्स में कैसे फीचर मिलेंगे और इन्हे इस्तेमाल करने का तरीका क्या होगा। चर्चा ये भी हुई कि क्या हो अगर फ्यूचर में फोन्स ही ना रहें यानी स्मार्टफोन का दौर खत्म हो जाए तो क्या होगा?
दरअसल इस साल की शुरुआत में नोकिया के सीईओ Pekka Lundmark ने स्मार्टफोन के भविष्य को लेकर सवाल खड़े किए हैं और ऐसा ही कुछ मानना माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स का है। उनका मानना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स टैटूज भविष्य के स्मार्टफोन हो सकते हैं।
खत्म हो जाएंगे स्मार्टफोन?
बता दें कि नोकिया के CEO Pekka Lundmark की मानें तो साल 2030 तक 6G टेक्नोलॉजी आ जाएगी लेकिन उस वक्त तक स्मार्टफोन ‘कॉमन इंटरफेस’ नहीं रहेंगे। जैसे कि अभी स्मार्टफोन एक कॉमन इंटरनेस है लेकिन आने वाले वक्त में इसकी जगह कोई और प्रोडक्ट ले सकता है।
वहीं Pekka की मानें तो ‘साल 2030 तक जिन स्मार्टफोन को फिलहाल यूज कर रहे हैं वो सबसे ज्यादा यूज होने वाला डिवाइस नहीं रहेगा। इनमें से बहुत सी चीजें हमारी बॉडी में सीधे तौर पर मिल जाएंगी।’ इसका एक एग्जांपल हाल में आई Neuralink की ब्रेन चिप है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस चिप की मदद से बंदर अपने दिमाग का इस्तेमाल करके कम्प्यूटर पर टाइपिंग कर रहा है। जल्द ही इस टेक्नोलॉजी का टेस्ट इंसानों पर भी शुरू किया जा सकता है और फिलहाल इसे डिसेबल लोगों की मदद के लिए तैयार किया जा रहा है।
क्या इंसान के शरीर में लगेंगे चिप और सिम कार्ड?
दरअसल माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स का भी ऐसा ही मानना है। बिल गेट्स ने साल की शुरुआत में एक बयान दिया था जिसमें कहा था कि आने वाले वक्त में Electronic Tattoos स्मार्टफोन्स को रिप्लेस कर सकते हैं।
उनके मुताबिक इन डिवाइसेस का इस्तेमाल करके स्मार्टफोन को किसी के शरीर में इंटीग्रेट किया जा सकता है। वैसे गेट्स ने इसकी कल्पना Chaotic Moon के टैटूज के आधार पर की थी।
माना जा रहा है कि भविष्य में स्मार्टफोन्स किसी स्टिकर की तरह होंगे जिन्हें अपने शरीर पर चिपकाएं और चल दें।
वैसे भविष्य में क्या होगा ये तो कोई नहीं जानता लेकिन इसका रास्ता हमारी आज की कल्पना से होकर गुजरता है। कॉर्डलेस, मोबाइल फोन्स की कल्पना की शुरुआत था और भविष्य में उसका विकसित रूप स्मार्टफोन बनकर सामने आया। अब ये भी एक कल्पना मात्र है।