Delhi rain alert: देशभर में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसके चलते कई राज्यों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। राजधानी Delhi में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे मौसम तो सुहाना हो गया है, लेकिन लोगों को जलभराव की समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। मंगलवार को तेज़ हवाओं के साथ हुई बारिश के बाद मौसम और भी नर्म हो गया। Delhi मौसम विभाग ने बुधवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और 17-18 जुलाई को हल्की बारिश के आसार जताए हैं। वहीं, 19 और 20 जुलाई को फिर से तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। तापमान में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है।
उधर, हिमाचल प्रदेश में हालात काफी बिगड़ चुके हैं। लगातार हो रही बारिश के चलते कई सड़कें या तो बह गई हैं या भूस्खलन की वजह से बंद हो गई हैं। मंडी जिले में 160 से अधिक सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिससे आवागमन ठप हो गया है। कई जगहों पर सड़कों ने नदियों का रूप ले लिया है और करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। मौसम विभाग ने यहां भी अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
उत्तर भारत के राज्यों—जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पूर्वी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 16 से 21 जुलाई तक भारी बारिश के आसार हैं। गरज-चमक और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ समेत पूर्वी भारत के हिस्सों में भी बारिश का दौर जारी रहेगा।
पूर्वोत्तर भारत—असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में 19 से 21 जुलाई के बीच तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। इन राज्यों में भी बिजली गिरने और पेड़ों के उखड़ने जैसे खतरे बने रहेंगे।
दक्षिण भारत में भी बारिश का असर दिखने लगा है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने की भी संभावना है, जिससे मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर, देश के अलग-अलग हिस्सों में मानसून का असर अलग-अलग रूप में देखा जा रहा है—कहीं राहत, तो कहीं आफत। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना और सुरक्षा उपायों का पालन करना सभी के लिए जरूरी हो गया है।