Sultanpur news: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में शुक्रवार को उस समय हालात तनावपूर्ण हो गए जब पुलिस की एक टीम पर ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। यह हमला उस वक्त हुआ जब पुलिस एक पुराने वारंटी को पकड़ने के लिए गांव में दबिश देने पहुंची थी। इस हिंसक हमले में एक दारोगा और एक सिपाही घायल हो गए हैं। हालात को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है।
घटना गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सुदनापुर गांव की है, जहां कपिल देव सिंह नामक शख्स के खिलाफ कुछ दिनों पहले वारंट जारी हुआ था। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे द्वारिकागंज चौकी प्रभारी द्रिवेश त्रिवेदी पुलिस बल के साथ आरोपी के घर पहुंचे थे। जैसे ही पुलिस टीम ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और अचानक ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए।
हमले में दारोगा द्रिवेश त्रिवेदी और सिपाही शिवम घायल हो गए। जैसे ही थाने को हमले की जानकारी मिली, गोसाईगंज थानाध्यक्ष राम आशीष उपाध्याय अतिरिक्त फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने गांव की घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह मौके से फरार हो गया। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने कुछ महिलाओं को हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है।
Sultanpur थानाध्यक्ष राम आशीष उपाध्याय ने मीडिया को बताया कि टीम वारंटी की गिरफ्तारी के लिए गई थी, जहां टीम पर हमला किया गया। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह पूरी घटना 2020 के कुख्यात बिकरू कांड की याद दिला गई, जब कानपुर के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। हालांकि सुल्तानपुर की घटना में कोई जानहानि नहीं हुई है, लेकिन हमला योजनाबद्ध था और पुलिस इसे हल्के में नहीं ले रही है।
फिलहाल Sultanpur पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है और गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने साफ किया है कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही पूरे मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।