Akhilesh Yadav News: उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर बयानबाज़ी से गरमा गई है। लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और समाजवादी पार्टी प्रमुख Akhilesh Yadav के बीच दिलचस्प शब्दों की नोकझोंक देखने को मिली। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल पूछा, जिस पर अमित शाह ने कहा, “वो भी रिपीट होंगे।” शाह के इस बयान पर अब अखिलेश यादव ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “मुँह से निकला रिपीट, मन में था डिलीट!”
यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने बयान दिया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिल्ली भेज दिया जाए और उत्तर प्रदेश की कमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को दी जाए। इससे भाजपा के अंदर चल रही खींचतान और रणनीतिक बदलाव की अटकलें तेज हो गई थीं।
इसी बीच योगी आदित्यनाथ ने भी हाल में एक इंटरव्यू में कहा था कि वह ‘योगी’ हैं और उनके लिए राजनीति कोई फुल टाइम नौकरी नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पद की भी एक समय सीमा होती है। उनके इस बयान को भी राजनीतिक संकेतों के रूप में देखा जा रहा है, जिससे विपक्ष को हमलावर होने का अवसर मिला है।
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Akhilesh Yadav ने न केवल योगी को लेकर टिप्पणी की बल्कि भाजपा की आंतरिक राजनीति पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा में इस समय मुकाबला चल रहा है कि ‘खराब हिंदू कौन है’। उन्होंने यह भी कहा कि इतनी बड़ी पार्टी होने के बावजूद भाजपा आज तक अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं कर पाई।
इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने मुस्कुराते हुए पलटवार किया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में अध्यक्ष का चुनाव पांच लोगों में होता है, जबकि भाजपा में 12-13 करोड़ सदस्यों के बीच से लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा होता है। शाह ने आगे कहा कि अखिलेश यादव 25 साल तक अध्यक्ष बने रहेंगे, इस पर अखिलेश भी मुस्कुरा उठे।
इस पूरे घटनाक्रम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को नई ऊर्जा दे दी है। भाजपा के भीतर की चर्चाओं, विपक्ष की प्रतिक्रिया और योगी के भविष्य को लेकर अटकलों ने यह साफ कर दिया है कि यूपी की राजनीति आने वाले दिनों में और भी दिलचस्प होने वाली है।