Amethi News: अमेठी में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां नशे में धुत एक ड्रग इंस्पेक्टर ने न सिर्फ कानून की अनदेखी की, बल्कि खुद को रोकने आई Amethi पुलिस टीम से जमकर बदसलूकी भी की। आरोपी ड्रग इंस्पेक्टर का नाम कमलेश मिश्रा है, जो शराब के नशे में तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहे थे और हूटर बजाकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे। यह मामला मुंशीगंज थाना क्षेत्र के Amethi रोड का है, जहां उन्होंने दो किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस द्वारा रोके जाने पर SHO का कॉलर पकड़ लिया और उन्हें धक्का दिया।
- विज्ञापन -#अमेठी:शराब के नशे में ड्रग इंस्पेक्टर की दबंगई का एक और वीडियो हुआ वायरल, इंस्पेक्टर को धमकाते दिखे ड्रग इंस्पेक्टर, कह रहे हैं 2800 के ग्रेड पे के आदमी हम 5400 ग्रेड पे के पीसीएस अधिकारी वीडियो बनाओगे तो तुम्हारी इज्जत खत्म हो जाएगी @amethipolice @DmAmethi #amethi @Uppolice https://t.co/WFEjmJ2sBw pic.twitter.com/Kr6P313OZg
— AMETHI LIVE (@AmethiliveCom) July 16, 2025
घटना बुधवार शाम लगभग 6:30 बजे की है। बताया गया कि कमलेश मिश्रा की गाड़ी चौराहे के पास कई लोगों से टकराते-टकराते बची, जिससे मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी सतर्क हो गए। जब उन्होंने कार रोकने की कोशिश की तो ड्रग इंस्पेक्टर तेजी से अमेठी रोड की ओर भाग निकले। पुलिस ने पीछा करते हुए आखिरकार उन्हें दो किलोमीटर बाद रोका। लेकिन गाड़ी से उतरते ही मिश्रा ने पुलिस से उलझना शुरू कर दिया और मौके पर मौजूद SHO शिवाकांत त्रिपाठी का कॉलर पकड़कर उन्हें धक्का दे दिया।
इस पूरी घटना का वीडियो किसी राहगीर ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। ड्रग इंस्पेक्टर को तुरंत थाने लाया गया जहां उनसे पूछताछ की गई।
बदसलूकी यहीं नहीं रुकी। थाने में भी उन्होंने पुलिसकर्मियों को धमकाते हुए कहा, “तुम 2800 ग्रेड पे वाले हो, मैं 5400 ग्रेड पे का PCS अधिकारी हूं।” इसके साथ ही उन्होंने सिपाहियों को ड्रग तस्करी में फंसाने की धमकी भी दी।
कमलेश मिश्रा पहले भी विवादों में रह चुके हैं। करीब एक साल पहले अमेठी के मेडिकल व्यापारियों ने उन पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए उन्हें बंधक बना लिया था, जिसके बाद दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
अब एक बार फिर उनका विवादित चेहरा सामने आया है। जिलाधिकारी संजय चौहान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है। वहीं, पुलिस ने उनका मेडिकल परीक्षण करवाकर ब्लड सैंपल लैब भेज दिया है।
यह घटना न सिर्फ एक अफसर की गिरती नैतिकता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जब अफसरशाही में घमंड और नशा मिल जाए तो कानून भी बेबस नजर आता है।