UP Police Recruitment: रक्षाबंधन से पहले उत्तर प्रदेश की बेटियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संकेत दिए हैं कि UP Police में महिलाओं को दिए जा रहे आरक्षण को और बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण मिल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे भविष्य में अपर्याप्त मानते हुए इसे बढ़ाने की बात कही। उनका कहना है कि राज्य सरकार महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयासरत है और पुलिस विभाग में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने से राज्य में कानून व्यवस्था और बेहतर होगी।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बातें कहीं, जहां उन्होंने यूपी पुलिस दूरसंचार विभाग के लिए चयनित 1,374 सहायक परिचालकों और 120 कार्यशाला कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से इन भर्तियों को संपन्न कराया है। भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब अगर कोई भर्ती प्रक्रिया में सेंध लगाने की कोशिश करेगा, तो उसकी सात पीढ़ियों को इसका जवाब देना होगा।
सीएम योगी ने आगे बताया कि 2017 के बाद से अब तक राज्य में 2 लाख 17 हजार 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भर्ती निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से पूरी की गई है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश अब देश में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरियां देने वाले राज्यों में से एक बन चुका है और पुलिस बल एक मॉडल के रूप में उभर कर आया है।
उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधा और कहा कि 2017 से पहले की सरकारों में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की भारी कमी थी। उस समय भर्तियों में पैसे और सिफारिश का बोलबाला था, जिससे योग्य युवाओं के अधिकार छीने जाते थे।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि ‘अग्निवीर’ योजना के तहत सैन्य सेवा से रिटायर होकर आने वाले जवानों को यूपी पुलिस में 20% आरक्षण दिया जाएगा। यह फैसला पहले ही सरकार द्वारा लिया जा चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस बल में महिला कर्मियों की संख्या को बढ़ाना बेहद आवश्यक है। इससे निवेश बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।