Behta explosion case: राजधानी लखनऊ के बेहटा गांव में 31 अगस्त को हुए भीषण विस्फोट कांड में फरार चल रहे दो मुख्य आरोपियों मो. नसीम और मो. याकूब उर्फ घपलू को पुलिस ने रविवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। गुडंबा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर स्कार्पियो क्लब के पास से दोनों को दबोच लिया। दोनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस के अनुसार, विस्फोट के बाद दोनों ने अपने और रिश्तेदारों के घरों से बारूद की बोरियां और बने हुए बम निकालकर गांव के बाहर खेतों, तालाब किनारे और अधूरे मकानों में छुपा दिए थे।
हादसे के बाद एक और दो सितंबर को पुलिस की छापेमारी में करीब 2 टन बारूद और 25 कुंतल बम बरामद किए गए थे। पुलिस ने बरामद सामग्री को पानी में भिगोकर निष्क्रिय कराया और फिर गांव के बाहर 20-30 फीट गहरे गड्ढे खोदकर दबा दिया। अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी पंकज सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी Behta गांव के रहने वाले हैं और अवैध रूप से पटाखों का निर्माण और भंडारण करते थे।
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एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया कि नसीम और याकूब बिना लाइसेंस के बड़े पैमाने पर देशी पटाखों का निर्माण करते थे। विस्फोट के बाद दोनों आरोपियों ने अपनी लोकेशन ट्रेस होने से बचने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल बंद कर दिया था। पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए रविवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
इस Behta विस्फोट कांड में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें आलम, उनकी पत्नी, बेटा इरशाद और नदीम शामिल हैं। पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों—टीनू, नसीम और याकूब उर्फ घपलू—को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि शेरू, शोएब, अली अकबर, बशीर, शानू और अफजल की तलाश में पुलिस की चार टीमें बाराबंकी, हरदोई, उन्नाव और सीतापुर में दबिश दे रही हैं।
यह गिरफ्तारी Behta विस्फोट कांड की जांच में बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि अब पुलिस को अन्य फरार आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।