Milkipur by-election: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। पार्टी ने चंद्रभान पासवान को प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले बाबा गोरखनाथ समेत आधा दर्जन प्रत्याशियों के नाम पर मंथन हुआ। चंद्रभान 15 जनवरी को नामांकन दाखिल कर सकते हैं। अवधेश प्रसाद के सांसद बनने से खाली हुई मिल्कीपुर सीट पर पांच फरवरी को मतदान होगा। इसके साथस ही आठ फरवरी को नतीजे भी घोषित होंगे। शुक्रवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। 17 जनवरी तक नामांकन भरे जा सकेंगे। 18 को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 20 फरवरी को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है।
मिल्कीपुर में 3.23 लाख मतदाता
बता दें कि, पासी समाज भाजपा का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है। ऐसे में वोट बैंक को लुभाने के लिए भाजपा ने पासी समाज से प्रत्याशी उतारा है। इससे पहले भोला पासवान और परिवहन विभाग के डिप्टी कमिश्नर सुरेंद्र कुमार के भी चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। मिल्कीपुर में 3.23 लाख मतदाता हैं। इनमें से 1 लाख से ज्यादा दलित मतदाता हैं। दलितों में करीब 57 हजार मतदाता पासी समाज से हैं। पिछले चुनाव में पार्टी ने पासी समाज से किसी प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया था, जिसके चलते पार्टी चुनाव हार गई थी। वोट बैंक के चलते भाजपा ने पासी समाज के चंद्रभान को अपना प्रत्याशी बनाया है।
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मिल्कीपुर का जातीय समीकरण
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला है। बसपा ने उपचुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। जबकि कांग्रेस ने सपा को समर्थन देने का ऐलान किया है। सपा ने इस सीट से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया है। अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से विधायक भी रह चुके हैं। इस सीट पर 30 हजार से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं। इसके अलावा 30 हजार यादव वोट भी हैं। सपा ने यादव, दलित और मुस्लिमों को लुभाने के लिए अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है।
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