Delhi NCR earthquake: गुरुवार सुबह Delhi NCR में भूकंप के जोरदार झटकों ने लोगों को नींद से जगा दिया और इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सुबह ठीक 9:04 बजे आए इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भूकंप का असर खासतौर पर महसूस किया गया। लोग घबराकर इमारतों और घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की जान-माल की हानि की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, झटके कुछ सेकंड तक महसूस हुए, लेकिन उनकी तीव्रता इतनी थी कि लोग अलर्ट हो गए। कई दफ्तरों, स्कूलों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कुछ देर के लिए काम रोक दिया गया। सोशल मीडिया पर भी भूकंप को लेकर प्रतिक्रियाएं और वीडियो तेजी से साझा किए जा रहे हैं।
Delhi NCR भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक ज़ोन IV में आता है, जो मध्यम से उच्च खतरे वाले क्षेत्रों में गिना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में भूकंप का खतरा लगातार बना रहता है क्योंकि यह हिमालयी टेक्टॉनिक प्लेट के पास स्थित है। यही कारण है कि समय-समय पर हल्के और मध्यम तीव्रता वाले भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले 17 फरवरी 2025 को भी दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा की जा रही है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और भू-वैज्ञानिकों की प्रारंभिक जानकारी इस बात की पुष्टि कर रही है कि यह झटका धरती के भीतर सामान्य से अधिक गहराई पर उत्पन्न हुआ था।
सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी अफवाह से दूर रहने की सलाह दी है। NCS और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि भूकंप के दौरान “ड्रॉप, कवर और होल्ड” के नियमों का पालन करें, ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों और कांच से दूर रहें।
अभी स्थिति सामान्य बताई जा रही है लेकिन एहतियात के तौर पर अधिकारियों ने निगरानी तेज कर दी है। आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा गया है। जैसे ही NCS की ओर से विस्तृत जानकारी आएगी, अपडेट साझा किया जाएगा।
सावधानी ही सुरक्षा है—अपनी और अपनों की सुरक्षा का ध्यान रखें।