Lakhimpur Kheri incident: लखीमपुर खीरी से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। एक 16 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की के साथ चलती बस में छेड़छाड़ और मारपीट का मामला सामने आया है। यह शर्मनाक वारदात पढुआ थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें युवती के साथ हो रही बर्बरता साफ नजर आ रही है। इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं और खासकर दलित समुदाय की बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- विज्ञापन -लखीमपुर खीरी के चलती बस में दलित युवती ने छेड़छाड़ का किया विरोध तो मनचले लड़कों ने दलित युवती की चलती बस में कर दी पिटाई- वीडियो वायरल
मामला लखीमपुर खीरी के पढुआ थाना क्षेत्र का है जहां पर 16 साल की नाबालिग दलित युवती को कुछ लड़के चलती बस में परेशान कर रहे थे उससे छेड़छाड़ कर… pic.twitter.com/o3AsKKpkjZ
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) May 2, 2025
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता किसी काम से बस में सफर कर रही थी। तभी कुछ मनचले युवकों ने उसे निशाना बनाते हुए अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया। जब युवती ने विरोध किया, तो आरोपियों ने उसे सरेआम पीटना शुरू कर दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लड़के युवती पर लगातार हमला कर रहे हैं, जबकि बस के अन्य यात्री दहशत में हैं और बस स्टाफ बीच-बचाव की कोशिश करता दिख रहा है।
हालात तब और बिगड़ गए जब बस ड्राइवर और कंडक्टर ने युवती को बचाने की कोशिश की। आरोपियों ने उनकी भी बेरहमी से पिटाई कर दी। यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि असामाजिक तत्वों को कानून का कोई डर नहीं बचा।
Lakhimpur Kheri पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) के अनुसार, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या दलित बेटियों की इज्जत की कोई कीमत नहीं है? क्या उत्तर प्रदेश में दलितों के लिए सुरक्षा सिर्फ नारेबाज़ी तक सीमित है?
पिछले कुछ वर्षों में Lakhimpur Kheri में दलितों पर हमले और महिलाओं से जुड़ी आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। ऐसे में यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि व्यवस्था की नाकामी का एक और उदाहरण बन गई है।