Chhangur gang conversion conspiracy: सहारनपुर की एक युवती ने सऊदी अरब से लौटकर जो खुलासे किए हैं, उन्होंने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह युवती छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के धर्मांतरण गिरोह के चंगुल से किसी फिल्मी अंदाज़ में बचकर भारत पहुंची है। उसने बताया कि गिरोह का मकसद 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की 50 हजार से अधिक हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कर उन्हें सऊदी अरब भेजना है।
पीड़िता ने बताया कि यह गिरोह पहले सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाता है। फिर शादी, नौकरी और बेहतर जीवन के सपने दिखाकर उन्हें विदेश बुलाया जाता है। वहां पहुंचते ही इनका धर्मांतरण कराया जाता है और जबरन इस्लाम कबूल कराया जाता है। अगर कोई विरोध करता है तो भूखा रखा जाता है, नशीले इंजेक्शन दिए जाते हैं और सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है।
Chhangur gang पीड़िता के अनुसार, गिरोह का एक अहम सदस्य वसीम उर्फ राजू राठौर सऊदी में रहता है। उसने खुद को हिंदू बताते हुए फेसबुक पर पीड़िता से दोस्ती की और शादी का झांसा दिया। चूंकि युवती अनाथ थी, इसलिए उसे सहारे की तलाश थी। वसीम ने उसे एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी दिलवाने और शादी करने का वादा करके सऊदी बुला लिया। लड़की ने घर के जेवर बेचकर वहां पहुंची, लेकिन हकीकत सामने आते ही उसकी दुनिया उजड़ गई।
सऊदी के अद्दिलामनगर में मौलाना अख्तर सिद्दीकी ने उसका धर्मांतरण कराया और फिर एक शेख से उसकी शादी की तैयारी की जाने लगी। उसे एक फ्लैट में बंद कर दिया गया, जहां कई लोग बारी-बारी से उसका शोषण करते थे। जब उसने भागने की कोशिश की, तो उसका पासपोर्ट छीन लिया गया।
एक रात मौका पाकर उसने टेबल की दराज से पासपोर्ट निकाला और किसी तरह भागकर भारत लौटी। लेकिन भारत आने के बाद उसे पुलिस से कोई मदद नहीं मिली। थाने से लेकर कप्तान ऑफिस तक दौड़ती रही, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार कोर्ट में प्रार्थनापत्र दाखिल किया।
Chhangur gang पीड़िता ने बताया कि गिरोह ने सबसे ज्यादा लड़कियां सहारनपुर, बिजनौर और देवबंद से फंसाई हैं। उसने छांगुर, वसीम, सलमान, पीरू सहित गिरोह के अन्य सदस्यों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र भी लिखा है।
यह मामला न सिर्फ धर्मांतरण का है, बल्कि मानव तस्करी और महिला शोषण की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा भी है।