Ramji Lal News: उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन को आगरा में नजरबंद कर दिया गया, जब वह अलीगढ़ में एक दलित युवक से मिलने निकल रहे थे। युवक पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ था। सुमन के आवास पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया, जिससे नाराज होकर वे समर्थकों संग धरने पर बैठ गए।
सुमन ने पुलिस की कार्रवाई की तीखी आलोचना की और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दलितों की आवाज़ को दबा रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग अपराध कर रहे हैं, उन्हें खुली छूट है, जबकि विपक्षी नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है। उन्होंने पूछा, “अगर हमारे कार्यकर्ता तलवार उठाएं तो क्या होगा?” यह बयान पुलिस के साथ हुई नोकझोंक के दौरान आया।
#Agra :
अलीगढ़ दौरे से पहले पुलिस ने सपा सांसद रामजीलाल सुमन को रोका
एसीपी हरीपर्वत विनायक भोंसले को सपा सांसद ने बनाया 'कॉम्बो'
पुलिस ने रोका तो कार्यकर्ताओं ने ज़मीन पर बैठकर नारेबाजी की
दलित पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे सांसद
बुलंदशहर हमले को ध्यान में रखते हुए… pic.twitter.com/5dDbpZnBsE
— News1India (@News1IndiaTweet) May 2, 2025
Ramji Lal सुमन ने यह भी मांग रखी कि या तो उन्हें अलीगढ़ जाकर पीड़ित से मिलने दिया जाए या पीड़ित परिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिलवाया जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में कानून का उपयोग चुनिंदा तरीके से हो रहा है।
यह घटनाक्रम मार्च 2025 की उस घटना की याद दिला देता है, जब करणी सेना ने राणा सांगा पर की गई टिप्पणी को लेकर सुमन के आवास पर हमला किया था। सुमन का कहना है कि उन्हें लगातार निशाना बनाया जा रहा है और यह सब भाजपा की दलित मतदाताओं को तोड़ने की रणनीति का हिस्सा है।
Ramji Lal सुमन का मौजूदा विरोध प्रदर्शन समाजवादी पार्टी की पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों को लेकर चल रही मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार हाशिये के वर्गों की आवाज दबा रही है और जातीय अन्याय को नजरअंदाज किया जा रहा है।
पुलिस ने इस मामले पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। वहीं सुमन समर्थकों के साथ अपने घर के बाहर धरने पर बैठे हैं और सरकार पर लगातार हमलावर हैं। आगरा से अलीगढ़ तक फैली यह घटना आने वाले दिनों में और सियासी तूफान खड़ा कर सकती है।