Republic Day drama: गणतंत्र दिवस पर आयोजित एक स्कूल नाटक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बच्चों को फांसी के फंदे पर लटकते हुए देखा गया। इस चौंकाने वाली घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। नाटक स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है, जिसमें भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत को दिखाने की कोशिश की गई थी। लेकिन चीजें खतरनाक हो गईं जब बच्चों को असली फांसी के फंदे पर झूलते देखा गया।
वीडियो में एक व्यक्ति मंच पर खड़ा दिखाई दे रहा है, जो पहले बच्चों को लटकने देता है और फिर किसी के हस्तक्षेप के बाद उन्हें बचाने की कोशिश करता है। यह दृश्य बेहद डरावना था, जिसने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया। इस Republic Day वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भारी आलोचना हो रही है और लोग आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
This is not the right way to show the price of patriotism.
If something had gone wrong, it would have been a huge disaster
During Kota's Republic Day celebrations, children powerfully showcased the bravery, patriotism, and sacrifice of Bhagat Singh, Sukhdev, and Rajaguru. pic.twitter.com/Wjz6hV7vjN
— श्रवण बिश्नोई (किसान) (@SharwanKumarBi7) January 30, 2025
नाटक में बच्चों की जान खतरे में
Republic Day पर हुए इस स्कूल नाटक में तीन बच्चों को फांसी के दृश्य का हिस्सा बनाया गया था। मंच पर जब बच्चों के गले में फंदा डाला गया, तो शुरू में दर्शकों को लगा कि यह सिर्फ एक अभिनय है। लेकिन जब उनके पैर हवा में झूलने लगे, तब स्थिति खतरनाक हो गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि जब बच्चों को बचाने के लिए एक व्यक्ति दौड़ता है, तो उसे मंच पर मौजूद एक कोट पहने व्यक्ति रोक देता है। हालांकि, कुछ क्षणों बाद स्थिति की गंभीरता को समझते हुए वह खुद बच्चों को बचाने के लिए आगे बढ़ता है।
क्या यह नाटक भगत सिंह की शहादत पर आधारित था?
वीडियो में मंच पर लगे बैनर और नाटक के संदर्भ को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की कहानी पर आधारित था। लेकिन इस तरह बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डालकर कोई भी प्रदर्शन करना उचित नहीं माना जा सकता।
सोशल मीडिया पर आक्रोश, जांच की मांग
Republic Day वीडियो वायरल होने के बाद लोग इसे बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ बता रहे हैं। कई यूजर्स ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुए आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्कूल से जवाब तलब किया गया है।