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ड्यूटी पर जाते सिपाही की नाले में डूबकर मौत, चार साल की बच्ची भी जलभराव की शिकार

Sambhal

Sambhal accident: संभल के चंदौसी नगर में सोमवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। शहर की जलभराव से डूबी सड़कों के बीच दो अलग-अलग हादसों में एक पुलिसकर्मी और चार साल की बच्ची की मौत हो गई। पहला मामला चंदौसी कोतवाली क्षेत्र का है, जहां गणेश चौथ मेले में तैनात कॉन्स्टेबल रजनीश कुमार ड्यूटी के लिए घर से निकले थे। लगातार हो रही तेज बारिश के कारण शहर की सड़कों पर पानी भर गया था। इस दौरान बाइक फिसलने से रजनीश 25 मीटर गहरे खुले नाले में जा गिरे। नाले की गहराई और तेज बहाव के कारण वे बाहर नहीं निकल सके और डूब गए।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद रजनीश का शव नाले से बाहर निकाला गया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि रजनीश गणेश चौथ मेले में मुंशी के तौर पर तैनात थे। हादसा जलमग्न सड़क और नाले की गहराई का अंदाजा न होने के कारण हुआ। घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है और साथी पुलिसकर्मियों में भी शोक की लहर है।

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दूसरी दर्दनाक घटना रायसत्ती थाना क्षेत्र में हुई, जहां लोधी सराय निवासी ई-रिक्शा चालक राधेश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मंदिर दर्शन के लिए आए थे। इसी दौरान चार साल की बेटी अर्चना खुले नाले में गिर गई। परिजनों और स्थानीय लोगों ने तुरंत तलाश शुरू की, लेकिन बच्ची 150 मीटर दूर नाले में बहकर चली गई। आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

दोनों हादसों के बाद स्थानीय लोगों में नगर पालिका के खिलाफ गुस्सा पनप रहा है। उनका आरोप है कि वर्षों से चंदौसी में हल्की बारिश होते ही सड़कें तालाब में बदल जाती हैं और खुले नाले मौत का जाल बन जाते हैं। नगर पालिका ईओ डॉ. मणि भूषण तिवारी ने कहा कि हादसों के बाद नालों की नपाई शुरू करा दी गई है और जल्द ही स्लैब डालकर इन्हें ढका जाएगा।

फिलहाल दोनों घटनाओं ने शहर में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। लोग मांग कर रहे हैं कि नगर पालिका जल्द ठोस कदम उठाए ताकि भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसे दोबारा न हों।

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