Premanand Maharaj News: सऊदी अरब के मदीना में उमरा की यात्रा पर गए प्रयागराज के सूफियान इलाहाबादी ने जब मथुरा-वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए दुआ मांगी और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, तो उन्हें कट्टरपंथी तत्वों की ओर से जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। यह घटना भारत की समावेशी गंगा-जमुनी तहज़ीब पर चरमपंथी सोच के हमले को दर्शाती है।
- विज्ञापन -You can't pray for Hindu Sant in Madina
Prayagraj's Sufiyan Gets Threats After Video of Prayers for Hindu Seer Goes Viral
Sufiyan Ilahabadi from #Prayagraj, who posted a video praying for seer Swami Premanand Maharaj while in Medina, is now receiving threat calls.
The viral… pic.twitter.com/3jybpjhIdT
— Atulkrishan (@iAtulKrishan1) October 14, 2025
सूफियान ने अक्टूबर 2025 में मदीना की अल-मस्जिद अल-नबाविस से यह वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो में उन्होंने प्रेमानंद महाराज की फोटो दिखाते हुए कहा कि वे ‘हमारे हिंदुस्तान के बहुत अच्छे इंसान’ हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा, “हम प्रयागराज से हैं, जहां गंगा-जमुनी तहज़ीब बहती है। क्या हिंदू, क्या मुसलमान, सिर्फ इंसान होना चाहिए। हम दुआ करते हैं कि अल्लाह ताला उन्हें सेहत अता फरमाएं।”
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धमकियां मिलने के बाद सूफियान ने दृढ़ता दिखाते हुए कहा कि वह अपने नेक काम पर अडिग हैं और ‘महाराजजी के लिए जान भी दे सकते हैं‘। उन्होंने कट्टरपंथियों को करारा जवाब देते हुए कहा कि लोगों की पहचान ‘चंदन और टोपी’ से नहीं, बल्कि उनके सच्चे इंसान होने से होनी चाहिए।
दिलचस्प बात यह है कि जहां एक ओर सूफियान को धमकियां मिल रही हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हें सोशल मीडिया पर हजारों समर्थकों का साथ मिला है। साथ ही, देवबंदी उलेमा कारी इश्हाक गौरा ने भी प्रेमानंद महाराज की तारीफ करते हुए उनके स्वास्थ्य के लिए दुआ की है। उलेमा ने कहा कि महाराजजी का भगवान से गहरा ताल्लुक है और वह धर्म को सही तरीके से निभा रहे हैं, जबकि कई अन्य धर्मगुरु ‘संत का चोला पहनकर राजनीति’ करते हैं।
सूफियान का यह कदम और देवबंदी उलेमा का समर्थन यह साबित करता है कि धार्मिक सौहार्द और मानवीयता की भावना धर्म की सीमाओं से कहीं ऊपर है, जबकि कुछ मुट्ठी भर चरमपंथी इस सद्भाव को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सूफियान का अडिग रहना भारतीय समाज के मूल मूल्यों की जीत है।