Bahraich accident: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक बेहद दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां सड़क चौड़ीकरण के दौरान मिट्टी खुदाई से बने गड्ढे में पानी भरने के कारण तीन मासूम बच्चों की डूबकर मौत हो गई। इस घटना ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। हादसा Bahraich के विशेश्वरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़ा निजाम के सुजानडीह गांव में हुआ। तीनों मासूमों में से दो सगे भाई थे और एक बच्चा उनके पड़ोसी का बेटा था।
बताया जा रहा है कि गांव के बाहर खेतों में सलमान अली और मंगरे दर्जी अपने परिवार के साथ धान की रोपाई में व्यस्त थे। इसी दौरान सलमान अली के दोनों बेटे दस्तगीर (11) और मकसूद आलम (7) तथा मंगरे दर्जी का बेटा जैनुल आब्दीन (8) खेलते-खेलते सड़क किनारे पहुंच गए, जहां सड़क ऊंची करने के लिए हाल ही में मिट्टी खुदाई की गई थी। खुदाई के कारण वहां एक बड़ा गड्ढा बन गया था।
सोमवार रात इलाके में हुई तेज बारिश के कारण वह गड्ढा पानी से भर गया था। बच्चे खेलते-खेलते कब उस पानी में चले गए, इसका किसी को अंदाजा नहीं हुआ। कुछ समय बाद जब परिवारवालों ने बच्चों को ढूंढना शुरू किया, तब पता चला कि वे उस पानी से भरे गड्ढे में डूब गए हैं।
गांव के लोग तुरंत बच्चों को बचाने के लिए गड्ढे में उतरे और तीनों को बाहर निकाला। आनन-फानन में बच्चों को विशेश्वरगंज सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टर प्रवीण कुमार ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीनों मासूमों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हादसे की खबर मिलते ही उपजिलाधिकारी पयागपुर अश्विनी पांडे, तहसीलदार और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी और प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
मंगरे दर्जी, जो मजदूरी के सिलसिले में दिल्ली में रहते थे, दो महीने पहले मोहर्रम के कारण गांव लौटे थे। उनका बेटा जैनुल अपने दोस्तों के साथ खेलते हुए इस हादसे का शिकार हो गया। मंगरे दर्जी ने रोते हुए कहा कि उनके दो बेटों में से अब सिर्फ एक ही बचा है।
गांव में इस हृदय विदारक घटना के बाद से मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था न होने को लेकर नाराजगी जताई है। लोगों ने Bahraich प्रशासन से हादसे की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।