Indira Bhavan: कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन किया। इस दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नए मुख्यालय की खूबियां लोगों को बताईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि, “आज हम आपको लोकतंत्र के एक मंदिर से रूबरू कराएंगे। हम आपको देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के मुख्यालय इंदिरा भवन के बारे में बताएंगे।
2007 में आवंटित की गई थी जमीन
अजय माकन ने कहा, “19 नवंबर 2007 को भारत सरकार ने हमें यह जमीन आवंटित की थी। 2009 में इसका शिलान्यास हुआ। 2025 में हमें कंप्लीशन कम ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट मिल गया है। किसी भी देश में लोकतंत्र के लिए विपक्ष का मजबूत होना जरूरी है।” उन्होंने मुख्यालय के बारे में कहा, “यहां आधुनिक तकनीक की सारी चीजें मौजूद हैं। यह इंदिरा भवन दुनिया की सबसे युवा आबादी वाले देश की महत्वाकांक्षाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक है।” हम सजग विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।”
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कार्यालय को आधुनिक समय के हिसाब से बनाया गया
उन्होंने आगे कहा कि, ”इंदिरा भवन इस तरह बनाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यहां भव्य स्वागत हो सके। इसके अलावा वे पदाधिकारियों से आसानी से मिल सकें। इसका उद्देश्य एक ऐसी जगह बनाना था जहां पार्टी मुख्यालय के साथ-साथ उसकी विरासत और मूल्य भी हों।” उन्होंने आगे कहा, ‘इस मुख्यालय का डिजाइन पार्टी के गौरवशाली इतिहास और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को दर्शाता है। इसे आधुनिक समय के हिसाब से बनाया गया है।”
क्या है कांंग्रेस के मुख्यालय की खूबियां?
मुख्यालय के बारे में उन्होंने कहा, “यह 5 मंजिला इमारत है, जो कुल 2,100 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनी है। यहां 276 सीटों वाला एक सभागार है। कई मीटिंग रूम हैं, जिनमें कांग्रेस पदाधिकारियों के बैठने की व्यवस्था है। अलग-अलग समिति और कॉन्फ्रेंस रूम बनाए गए हैं। यहां देशभर से आने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था है। यहां 134 पेड़, 8675 पौधे और 264 कलाकृतियां और तस्वीरें हैं।” उन्होंने आगे बताया कि नए कांग्रेस मुख्यालय को बनाने में 225 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
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