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1948 में हुए सिख विरोधी दंगे में लूट और नरसंहार करने वाले 5 अपराधी कानपुर से गिरफ्तार; SIT कर रही जांच

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लखनऊ: सन 1984 को उत्तर प्रदेश में कानुपर के निराला नगर में सिखों की एक इमारत में घुसकर हमला कर सामूहिक नरसंहार करने वाले 5 आरोपियों को एसआईटी ने मंगलवार देर रात को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि कानपुर में 1984 को हुए सिख विरोधी दंगों की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने अब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। 

#कानपुर में 1984 में हुए सिख विरोधी #दंगे में 5 और आरोपित गिरफ्तार, अब तक 27 को जा चुका है गिरफ्तार#Kanpur
#Sikh pic.twitter.com/27DB5jnmvv

— Mohit Verma (@MohitVermaNews) July 20, 2022

गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों के नाम व पता 

अकबरपुर निवासी श्रीराम उर्फ बग्गड़ (65 वर्ष) 

यू ब्लॉक निराला नगर मुस्तकीन (उम्र 70 वर्ष) 

अनिल कुमार पांडेय (उम्र 61 वर्ष) , जूही लाल कॉलोनी निवासी 

अब्दुल वाहिद (61 वर्ष)  

इरशाद ( उम्र 60 वर्ष) 

आरोपियों ने घर में डकैती और सिखों को जलाया था ज़िंदा

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सिख विरोधी दंगे के मामले की जांच कर रहे एसआईटी प्रभरी डीआईजी बालेंद्रु भूषण ने बताया, ” निराला नगर में सिखों का सामूहिक नरसंहार हुआ था। किदवई नगर में मुकदमा संख्या 368/1984 दर्ज किया गया था। इसी जघन्य हत्याकांड में एसआईटी ने निराला नगर निवासी अनिल कुमार पांडेय, अकबरपुर निवासी श्री राम उर्फ बग्गड़, किदवई नगर निवासी मुस्तकीम और अब्दुल वहीद के साथ ही इरशाद को गिरफ्तार किया है। इन पांचों आरोपियों ने भी भीड़ के साथ निराला नगर में सिखों को जिंदा फूंकने और घर में डकैती डाला था। SIT बुधवार को इन पांचों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजेगी।

एसआईटी अब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है

डीआईजी बालेंद्रु भूषण ने बताया, “सिख दंगे की जांच कर रही एसआईअी ने मंगलवार देर रात 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले 22 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। सिख दंगे के 27 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। अन्य की तलाश में SIT की टीमें छापेमारी कर रही हैं।

 

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