Cervical cancer: दुनिया भर में हर साल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह रोग कई प्रकार का होता है। उनमें से एक सर्वाइकल कैंसर जो महिलाओं को होता है। यह जानलेवा होता है और इसके मामले एडवांस स्टेज में भी बताए जाते हैं। ऐसे में इसका इलाज करना एक बड़ी चुनौती बन जाती है। हालांकि समय रहते लक्षणों की पहचान कर इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि सर्वाइकल कैंसर शरीर में कैसे फैलता है और इसके लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं। आइए जानते हैं एक्सपर्ट से।
मैक्स अस्पताल में प्रसूति एवं स्त्री रोग निदेशक डॉ. सुमन लाल का कहना है कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में शुरू होता है। इसके अधिकांश मामले उच्च जोखिम वाले ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के संक्रमण के कारण होते हैं। इस कैंसर से बचाव के लिए नियमित जांच कराते रहना और सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है। इस कैंसर के चार चरण होते हैं।
गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के चरण
स्टेज 0- इस स्टेज में प्री-कैंसर कोशिकाएं पनपती हैं
स्टेज 1- इसके बाद गर्भाशय में कैंसर कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं
स्टेज 2 – कैंसर गर्भाशय से बाहर फैल गया है लेकिन श्रोणि की दीवारों तक नहीं पहुंचा है
स्टेज 3- इस स्टेज में कैंसर महिला के प्राइवेट पार्ट और पेडू के निचले हिस्से तक फैल जाता है।
स्टेज 4 – कैंसर श्रोणि के बाहर बढ़ गया है और शरीर के अन्य भागों में फैल गया है
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
	बिना पीरियड्स के भी ब्लीडिंग होना
	शारीरिक संबंध बनाने के बाद काफी दर्द होना
	श्रोणि क्षेत्र में लगातार दर्द
	प्राइवेट पार्ट से बदबू आना
	ये हैं खतरनाक लक्षण
	पेशाब के दौरान दर्द
	पेशाब में खून आना
	सूजे हुए पैर
	अचानक वजन कम होना
क्यों होता है सर्वाइकल कैंसर
यह कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होता है, जो संभोग के दौरान फैलता है। इसके अलावा धूम्रपान भी इस कैंसर का एक कारण है।
बचाव कैसे करें
	बार-बार स्क्रीनिंग करवाएं
	सुरक्षित सेक्स करें
	धूम्रपान से दूर रहें
	9 साल की उम्र के बाद एचपीवी टीका लगवाएं
	सरवाइकल परीक्षण करें
	स्मीयर टेस्ट से कैंसर से पहले के लक्षणों की भी जानकारी मिलती है
इलाज क्या है
सर्वाइकल कैंसर के लिए कीमोथेरेपी, सर्जरी, टार्गेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ये तभी ज्यादा प्रभावी होते हैं, जब कैंसर का पता शुरुआती स्टेज में चल जाए। डॉक्टर के मुताबिक देश में हर साल इस कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन लोग अक्सर इसके लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं जिसके कारण यह आखिरी स्टेज में पहुंच जाते हैं।
