WHO Cough Syrup Warning: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में बच्चों की मौत के बाद तीन फार्मा कंपनियों के कफ सिरप को लेकर एक गंभीर चेतावनी जारी की है। मध्य प्रदेश में ‘कोल्ड्रिफ’ (Coldrif) सिरप के सेवन से 20 से अधिक बच्चों की मौत होने के बाद WHO ने इन दवाओं को ‘खतरनाक’ करार दिया है और उनके सेवन से बचने की अपील की है।
किन सिरप को किया गया प्रतिबंधित?
WHO की ग्लोबल हेल्थ एजेंसी ने जिन विशिष्ट बैचों में मिलावट पाई है, वे हैं:
- श्रीसन फार्मा (Sresan Pharma): कोल्ड्रिफ (Coldrif)
- रेडनेक्स फार्मा (Rednex Pharma): रेस्पिफ्रेश टीआर (Respifresh TR)
- शेप फार्मा (Shape Pharma): रिलाइप सिरप (ReLife Syrup)
एजेंसी ने कहा है कि ये सिरप स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा हैं और इनकी वजह से गंभीर तथा जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। अगर ये सिरप कहीं भी दिखाई दें, तो तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया जाना चाहिए।
खतरनाक केमिकल की पहचान
खांसी की इन दवाओं की जांच में डायथिलीन ग्लाइकोल (Diethylene Glycol – DEG) नामक एक जहरीला केमिकल भारी मात्रा में मिला है। यह केमिकल:
- रंगहीन और गंधहीन होता है, जिससे बिना जांच के इसकी पहचान करना मुश्किल है।
- यह आमतौर पर सिरप को मीठा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह मानव उपभोग के लिए असुरक्षित है।
- इसका भारी मात्रा में इस्तेमाल गुर्दे की गंभीर विफलता (Kidney Failure) और बच्चों में मौत का कारण बन सकता है।
कोल्ड्रिफ सिरप के एक बैच में तो 48.6 प्रतिशत DEG पाया गया, जो कि खतरनाक स्तर है।
कंपनी पर हुई कार्रवाई
इस त्रासदी के बाद, कोल्ड्रिफ सिरप बनाने वाली तमिलनाडु स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी पर तत्काल और कड़ी कार्रवाई की गई है।
- राज्य सरकार ने कंपनी का लाइसेंस पूरी तरह से रद्द कर दिया है।
- कंपनी को बंद करने का आदेश भी जारी कर दिया गया है।
- कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
WHO की यह चेतावनी भारत के फार्मास्यूटिकल उद्योग में गुणवत्ता नियंत्रण की कमी को उजागर करती है और घरेलू स्तर पर बेची जाने वाली दवाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। सभी राज्यों को सलाह दी गई है कि वे इन दूषित सिरप को बाज़ार से तुरंत हटा दें।