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Corona new variant: क्या भारत में कोरोना का XBB.1.5 वैरिएंट लाएगा नई लहर? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

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Corona XBB.1.5 Variant in india:  दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. चीन, जापान और अमेरिका में नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस बीच भारत में कोरोना ऑमिक्रॉन के सभी वेरिएंट एक्सबीबी.1.5 वेरिएंट का मामला दर्ज किया गया है। इस वेरिएंट का पहला मामला गुजरात में सामने आया है। जिसके बाद से आशंका जताई जा रही है कि इस वैरिएंट की वजह से भारत में COVID के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है.

सीडीसी के मुताबिक, अमेरिका में 40 फीसदी से ज्यादा कोविड मामलों में एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट पाया गया है। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वेरिएंट बेहद संक्रामक है और एंटीबॉडी को भी चकमा दे सकता है। ऐसे में क्या भारत में COVID के मामले बढ़ सकते हैं? यह जानने के लिए हमने विशेषज्ञों से बात की है।

राजीव गांधी हॉस्पिटल के डॉ. अजीत कुमार बताते हैं कि X BB वेरिएंट BA.2 सब-वैरिएंट का अपग्रेड वेरिएंट है. यह ओमिक्रॉन परिवार का एक उप-संस्करण है, जो लंबे समय से पूरी दुनिया में फैला हुआ है। इस वैरिएंट के अमेरिका के अलावा सिंगापुर में भी काफी पहले मामले सामने आए थे। संभव है कि यह पहले से भारत में भी मौजूद था, लेकिन इसका पता नहीं चल सका। चूंकि अब जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाई जा रही है, इसलिए वायरस में हो रहे म्यूटेशन का पता लगाया जा रहा है।

घबराने की जरूरत नहीं है

डॉ. कुमार के अनुसार, एक्स-बीबी ओमिक्रॉन का एक सब-वैरिएंट है और भारत में इससे कोई खतरा होने की उम्मीद नहीं है। पिछले एक साल से ओमिक्रॉन के कई सब-वैरिएंट देश में उपलब्ध हैं, लेकिन यहां अस्पताल में भर्ती होने और कोविड से मौत के मामले नहीं बढ़ रहे हैं। यहां X-BB वैरिएंट X-BB .1.5 वैरिएंट से पहले आ चुका था और लोग इससे संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं। शरीर में एंटीबॉडीज मौजूद होते हैं। ऐसे में X-BB वेरिएंट से भी घबराने की जरूरत नहीं है. लोगों को बस यही सलाह दी जाती है कि इस मौसम में कोविड से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करें।

लोगों को मिली बूस्टर डोज

एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. जुगल किशोर का कहना है कि ओमिक्रॉन के किसी भी सब-वैरिएंट की वजह से भारत में कोविड के मामले नहीं बढ़ेंगे। नया वेरिएंट आने पर ही खतरे की आशंका है। हालांकि फिर भी लोगों को सलाह दी जाती है कि वे कोविड से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करें और बूस्टर डोज लगवाएं।

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