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Covid 19 Vaccine: कोरोना की इस वैक्‍सीन से अचानक मौत का खतरा, जानिए वैज्ञानिकों ने क्‍या दी चेतावनी

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Covid 19 mRNA Vaccines: दुनियाभर में कोरोना वायरस के कई टीके उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ टीके mRNA तकनीक से भी बनते हैं। इन्हें mRNA वैक्सीन कहा जाता है। दुनिया के कई देशों में इन टीकों से टीकाकरण भी किया जा चुका है। अब इन टीकों के साइड इफेक्ट को लेकर भी जानकारी सामने आ रही है। वैज्ञानिक ओसेफ फ्रीमैन का दावा है कि mRNA COVID-19 वैक्सीन से लोगों में कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। जिससे कार्डिएक डेथ भी हो सकती है।

फाइजर और मॉडर्ना की mRNA वैक्सीन पर एक रिसर्च की गई है। इस शोध के प्रमुख लेखक फ्राईमैन ने एक ऑनलाइन वीडियो में कहा कि एमआरएनए वैक्सीन शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। शोध के प्रकाशन के दौरान उनकी टीम ने इन टीकों को बाजार से वापस लेने की अपील की थी। ऐसा इसलिए क्‍योंकि इस वैक्‍सीन से कई तरह के साइड इफेक्‍ट हो सकते हैं जिससे अचानक मौत भी हो सकती है।

फ्रैमैन ने कहा कि कुछ समय पहले एफडीए ने एमआरएनए वैक्सीन पर भी एक अध्ययन किया था, जो बीएमजे जर्नल में प्रकाशित हुआ था। उस स्टडी में ये भी कहा गया था कि mRNA वैक्सीन के शरीर पर कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं. उस अध्ययन में डेटा हमारे अध्ययन में भी लगभग समान है, हालांकि एफडीए ने आम जनता को उस शोध के बारे में सूचित नहीं किया।

अचानक कार्डियक अरेस्ट का खतरा
फ्रीमैन के मुताबिक, उनकी टीम के कई ऑटोप्सी अध्ययन भी हैं। जिससे पता चलता है कि mRNA वैक्सीन के कारण लोगों को अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है, जिससे मौके पर ही मौत हो जाती है। अचानक कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर हृदय रोग है, जिसके मामले दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे हैं।

जिन देशों में ज्यादा एमआरए वैक्सीन दी गई, वहां मृत्यु दर ज्यादा है
जिन देशों में mRNAs टीके की तुलना में अधिक टीकाकरण किया गया है, वहाँ मृत्यु दर अधिक रही है, हालाँकि उनके कारण होने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है। हालाँकि, MNA वैक्सीन और मृत्यु दर में वृद्धि के बीच एक संबंध पाया गया है। इससे यह सवाल भी उठता है कि क्या एमआरएनए टीके के नुकसान से अधिक है। फ्रीमैन का मानना है कि एमआरएनए वैक्सीन को बाजार से वापस लेने की जरूरत है। जब तक इन टीकों के फायदों को लेकर कोई परीक्षण या अध्ययन सामने नहीं आता, तब तक इन्हें बाजार से हटा देना चाहिए।

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