- विज्ञापन -
Home Health Homeopathic medicines for covid: क्या होम्योपैथिक दवाएं कोविड के नए वैरिएंट से बचा...

Homeopathic medicines for covid: क्या होम्योपैथिक दवाएं कोविड के नए वैरिएंट से बचा सकती हैं? जानें एक्सपर्ट की राय

- विज्ञापन -

Homeopathic medicines for covid:  दुनिया के कई देशों में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि भारत में कोरोना को लेकर स्थिति सामान्य है और केरल को छोड़कर अन्य सभी राज्यों में काेविड के मामलों में गिरावट जारी है। इस समय चीन, अमेरिका और जापान में COVID के मामले बढ़ रहे हैं। चीन में ऑमिक्रॉन का bf.7 वेरियंट और अमेरिका में xbb 1.5 वेरियंट में कोविड का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। ये दोनों ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट हैं। इनके मामले भारत में भी आ चुके हैं।

COVID से बचाव के लिए लोग कई तरह की दवाइयां लेते हैं। इनमें से अधिकांश दवाएं एलोपैथिक हैं, लेकिन क्या होम्योपैथी दवाएं भी कोविड के नए रूपों से बचा सकती हैं? आइए जानते हैं कि इस बारे में जानकारों का क्या कहना है।

डॉ. बत्रा’ज हेल्थकेयर के एमेरिटस चेयरमैन डॉ. मुकेश बत्रा ने कहा कि होम्योपैथी कोविड के नए रूपों के खिलाफ प्रतिपूरक प्रतिरक्षा बूस्टर हो सकती है, लेकिन होम्योपैथी की हर दवा कोविड के नए प्रकारों से बचाने में प्रभावी नहीं है। इन दवाओं का लोगों पर अलग-अलग प्रभाव हो सकता है। कोविड से करीब 10 साल पहले जापान में इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी में होम्योपैथी दवा काफी कारगर साबित हुई थी। दवा लेने के बाद इस बीमारी का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।

होम्योपैथिक दवाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं

होम्योपैथी में ऐसी कई दवाएं हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं तो कुछ कोविड के लक्षणों को कम करती हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के मुताबिक, होम्योपैथिक दवाएं इम्यून सिस्टम को मजबूत करती हैं, जिससे किसी भी बीमारी या वायरस से बचाव होता है। कई बार अन्य दवाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत नहीं करती हैं, लेकिन होम्योपैथिक दवाएं शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। इनके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहती है और बार-बार होने वाली बीमारियों से बचाव रहता है।

अनावश्यक रूप से दवाएं न लें

कोरोना महामारी के बाद से ही लोग खांसी, जुकाम या बुखार के लिए एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं। इससे शरीर में एंटीबायोटिक प्रतिरोध पैदा हो रहा है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अरुण शाह का कहना है कि दवाओं के अधिक सेवन से मरीजों पर अब इनका असर बंद हो रहा है। इससे इलाज करना मुश्किल हो रहा है। कई एलोपैथिक दवाएं ऐसी हैं जिनका लोग नियमित सेवन कर रहे हैं और सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित हो रही है।

- विज्ञापन -
Exit mobile version