गर्मी का मौसम आते ही हीट स्ट्रोक की समस्या बढ़ जाती है। तापमान 40 डिग्री से ऊपर चला गया है इस बढ़ी हुई गर्मी और गर्म हवाओं से हर उम्र के लोगों को परेशानी हो सकती है। खासकर 10 साल तक के बच्चों के लिए यह समय काफी कठिन हो सकता है। बच्चों का शरीर लू झेलने में कमजोर होता है, इसलिए उन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कि आप अपने बच्चे को लू से कैसे बचा सकते हैं और उनके खान-पान की आदतों में क्या बदलाव जरूरी हैं।
बच्चों को लू से बचाने के उपाय
धूप से बचाएं: दोपहर के समय बच्चों को बाहर खेलने से रोकें, क्योंकि इस समय सूरज की किरणें सबसे तेज़ होती हैं। कोशिश करें कि बच्चों को सुबह या शाम को बाहर खेलने दें।
हल्के और ढीले कपड़े पहनें: गर्मी के मौसम में बच्चों को हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनाने चाहिए। इससे उनकी त्वचा को सांस लेने में आसानी होगी और वे आरामदायक महसूस करेंगे।
बच्चों को पानी दें: बच्चों को बार-बार पानी दें। लू के दौरान शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसे हाइड्रेटेड रहकर पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा उन्हें नारियल पानी, नींबू पानी और ताजे फलों का जूस भी दें।
छाया में रखें: जब भी बच्चे बाहर जाएं तो उन्हें छाया में रहने के लिए कहें। सूरज की तेज़ किरणों से बचने के लिए छाते, टोपी या स्कार्फ का इस्तेमाल करें।
अपने खान-पान की आदतों में करें ये बदलाव
ताजे फल और सब्जियां: बच्चों को ताजे फल और सब्जियां खाने के लिए हमेशा प्रेरित करें। इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है जो शरीर को हाइड्रेट रखता है।
जूस और शेक: ताजे फलों का जूस और शेक पियें। इनसे बच्चों को विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं जो शरीर को ठंडा रखते हैं।
मसालेदार और तले हुए खाने से बचें: इस दौरान बच्चों को मसालेदार और तले हुए खाने से बचाएं। इनसे पेट में गर्मी हो सकती है और पाचन पर भी असर पड़ सकता है।
नारियल पानी: नारियल पानी बच्चों के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है। यह न केवल ठंडक प्रदान करता है बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स से भी भरपूर होता है, जो लू के दौरान शरीर में होने वाली पानी की कमी की भरपाई करता है।