सेलिब्रिटी हेयर विशेषज्ञ अमित ठाकुर के अनुसार, हेयर बोटोक्स और केराटिन उपचार उतने फायदेमंद नहीं हो सकते जितने लगते हैं। हालांकि वे अस्थायी परिणाम प्रदान कर सकते हैं,
लेकिन वास्तव में वे लंबे समय में फायदे से अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। यहाँ कुछ कारण है क्यूँ:
हेयर बोटोक्स: यह उपचार एक गहन कंडीशनिंग उपचार है जिसमें प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो बालों की बाहरी परत को कोट और सील करते हैं।
हालाँकि, यह केवल एक अस्थायी समाधान है जो 2-3 महीने तक चलता है, जिससे यह एक अल्पकालिक समाधान बन जाता है।
केराटिन उपचार: केराटिन हमारे बालों में पहले से ही मौजूद होता है, लेकिन इस उपचार में फॉर्मेल्डिहाइड जैसे कुछ रसायनों का उपयोग किया जाता है। फॉर्मेल्डिहाइड एक कार्सिनोजेन है और कैंसर पैदा करने की क्षमता के कारण इसे कई देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है।
गर्मी से नुकसान: कई उपचारों में बालों में पोषक तत्वों को सील करने के लिए गर्मी का उपयोग किया जाता है, जिससे बाल कुछ दिनों तक अच्छे दिख सकते हैं। हालाँकि, यह बालों को अंदर से बाहर तक कमज़ोर और ख़राब कर सकता है। इससे दीर्घकालिक क्षति और सूखापन हो सकता है।
इस बात पर जोर देते हैं कि इन उपचारों का उपयोग बालों पर नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ये फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इसके बजाय, वह प्राकृतिक बालों की देखभाल के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह देते हैं जो स्वस्थ बालों के विकास और रखरखाव को बढ़ावा देते हैं।