कल के मैच में आवेश खान ने काफी अच्छी गेंदबाजी की, जिसके चलते अंत में राजस्थान को जीत मिली। आवेश ने टीम के लिए आखिरी ओवर में 17 रन डिफेंड किया और सिर्फ 4 ही रन दिए थे। आवेश ने फॉर्म में चल रहे ट्रिस्टन स्टब्स के वो ऐसी यॉर्कर डालीं, जिसके सामने वो अंत के ओवर में कुछ खास नहीं कर पाए। ये रही उनके सफलता की बात, लेकिन क्रिकेटर बनने के लिए आवेश ने काफी संघर्ष किया है।
आवेश के लिए आसान नहीं था क्रिकेटर बनना
उनके लिए क्रिकेटर बनना इतना आसान नहीं था। उन्होंने क्रिकेट खेलने के लिए बहुत मुश्किलों का सामना किया है। आवेश खान का जन्म 13 दिसंबर, 1996 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। वो एक साधारण परिवार से थे। उनके पिता आशिक खान ने बताया था कि उनका बेटा सिर्फ क्रिकेट खेलने के लिए जिद किया करता था। उन्होंने बताया कि आवेश एक दिन में 9 घंटे प्रैक्टिस करता था।
पिता चलाते थे पान की दुकान
बता दें आवेश के पिता आशिक एक पान की दुकान चलाते थे। पान की दुकान चलाने के वाले के बेटे लिए भारत के लिए क्रिकेट खेलना इतना भी आसान नहीं था। पिता ने बताया कि वो अपने बेटे को टेस्ट क्रिकेट खेलता हुआ देखना चाहते हैं। आवेश की मां उन्हें क्रिकेट खेलने से रोका करती थीं। मां ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं कि उनका बेटा इतने बड़े स्त्र पर क्रिकेट खेलेगा। आवेश ने 2017 के सीजन में आईपीएल डेब्यू किया था।
आरसीबी से शुरू किया आईपीएल करियर
उन्होंने आरसीबी की तरफ से खेलते हुए आईपीएल में कदम रखा था। इसके बाद 2018 में आवेश ने विजय हजारे ट्रॉफी में डेब्यू किया था। उनकी इस मेहनत ने आज उनको इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। आवेश अब तक 49 आईपीएल मैच खेल चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने 8 वनडे में 9 विकेट भी झटके हैं।
पिता चलाते थे पान की दुकान और क्रिकेट खेलने से रोकती थी मां, लेकिन आवेश खान ऐसे बने क्रिकेटर
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