ऐप्पल के मुख्य मैन्यूफैक्चरिंग केंद्र में उथल-पुथल की खबर सामने आई है। इसके चलते साल 2022 में 6 मिलियन आईफोन प्रो यूनिट्स के प्रोडक्शन में कमी आ सकती है। जानकारी के मुताबिक प्लांट में सबकुछ सही नहीं चल रहा है। वैसे भी प्रोडक्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप कितनी जल्दी उन लोगों को असेंबली लाइन में वापस ला सकती है जो कोविड को दौरान लॉकडाउन के खिलाफ हिंसक विरोध कर रहे हैं। अब अगर आने वाले हफ्तों में लॉकडाउन जारी रहता है तो इसक सीधा असर प्रोडक्शन पर पड़ सकता है।
बता दें कि Zhengzhou कैंपस में लॉकडाउन का असर बहुत ही बुरा हुआ है और कई हफ्तों तक वर्कर्स को आराम नहीं मिल पाया है। हुआ ये कि यहां से हजारों लोग खाने की कमी के चलते भाग निकले। यहां तक कि कुछ नए कर्मचारी भी छोड़कर भाग गए हैं जिन्होंने पेमेंट और क्वारंटाइन के खिलाफ विद्रोह किया था। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि फॉक्सकॉन के इस प्लांट की हालत सही में खराब है और ऐप्पल आईफोन के प्रोडक्शन में कमी आ सकती है।
गौरतलब है कि फॉक्सकॉन का ये प्लांट इस साल ऐप्पल के सबसे ज्यादा डिमांड में रहने वाले फोन आईफोन 14 प्रो और प्रो मैक्स डिवाइसेज का भारी मात्रा में प्रोडक्शन कर रहा था। इन प्रीमियम फोनों की मांग रेग्यूलर iPhone 14 मॉडल की तुलना में ज्यादा थी। एक रिपोर्ट के अनुसार Apple ने अपने कुल प्रोडक्शन टारगेट को 90 मिलियन यूनिट से घटाकर करीब 87 मिलियन यूनिट कर दिया है।