Saharanpur Ramlila News: सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र में शनिवार रात आयोजित रामलीला के दौरान ताड़का वध प्रसंग के मंचन के दौरान अफरा-तफरी मच गई। मंच पर कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस हमले में तीन कलाकार—नीरज पाहुजा, हैप्पी कथूरिया और सुमित कथूरिया—जख्मी हो गए। नीरज पाहुजा को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रविवार की रात लगभग 10 बजे रामलीला मंचन पूरी उत्सुकता और जोश के साथ चल रहा था। दर्शक तालियों और जयकारों से कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे थे। तभी कुछ लोगों ने अचानक मंच की तरफ पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस हमले के कारण मंच पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। कुछ समय के लिए रामलीला रोकनी पड़ी और दर्शक डर और आशंका में पड़ गए। हालांकि आयोजकों के हस्तक्षेप और स्थिति शांत होने के बाद मंचन फिर से शुरू किया गया।
घटना के बाद Saharanpur रामलीला महोत्सव मंडल के अध्यक्ष रघुनंदन गोयल ने कोतवाली पहुंचकर Saharanpur पुलिस को तहरीर दी। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजन के दौरान हुई इस घटना ने न सिर्फ कलाकारों बल्कि हजारों श्रद्धालुओं की आस्था को भी चोट पहुंचाई है। उन्होंने आरोपियों की जल्द पहचान और सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।
‘पोस्ट शेयर करने वालों से ही मुलाकात’, PCS अधिकारी का वीडियो विवादों में
इस दौरान अफरा-तफरी का फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्वों ने भाजपा के पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष दीपक गर्ग समेत कई लोगों के मोबाइल फोन चोरी कर लिए। इससे दर्शकों में और गहरा आक्रोश फैल गया।
Saharanpur पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूरी घटना की सीसीटीवी और मोबाइल वीडियो फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही पत्थरबाजी और चोरी में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। प्रशासन ने भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों की सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा।
कलाकारों और दर्शकों का कहना है कि धार्मिक आयोजनों को निशाना बनाकर माहौल बिगाड़ने की यह कोशिश गंभीर है। लोग चाहते हैं कि समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहे और भविष्य में ऐसे मामलों को रोका जाए।
सामाजिक संदेश
धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है। हमें अपनी परंपराओं और आस्था को सुरक्षित रखना चाहिए और हिंसा तथा असामाजिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।