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अली और अबान की जेल मुलाकात: परिवार की छुपी साजिशें और हाई-सिक्योरिटी ड्रामा

Jhansi Jail

Jhansi Jail Security: माफिया अतीक अहमद के बेटे अली की हालिया जेल बदलने की घटना फिर सुर्खियों में आ गई है। केंद्रीय कारागार नैनी से झांसी जेल स्थानांतरित किए जाने के बाद अली की सुरक्षा और निगरानी में खास तौर पर वृद्धि की गई। खास ध्यान इस बात पर गया कि अली ने अपने छोटे भाई अबान से हाल ही में मुलाकात की। वीडियो सामने आने के कारण यह मुलाकात चर्चा का विषय बन गई, हालांकि यह कोई पहली मुलाकात नहीं थी। दो महीने के भीतर दोनों भाई छह से सात बार मिल चुके थे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया कि ये सभी मुलाकातें जेल मैनुअल के नियमों के अनुसार एलआईयू अधिकारियों की मौजूदगी में हुईं।

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अली की Jhansi Jail बदलने की प्रक्रिया जून माह में शुरू हुई थी, जब उसकी बैरक में तलाशी के दौरान नकदी बरामद हुई। इस मामले में डिप्टी जेलर और हेड वार्डर को निलंबित कर दिया गया और अली को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट किया गया। उसकी निगरानी लखनऊ स्थित इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारीयों ने स्पष्ट किया कि अली की जेल बदलने की मुख्य वजह केवल भाई से मिलने की घटना नहीं थी।

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Jhansi Jail पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि अतीक अहमद और उसके परिवार की हिंसक घटनाओं से जुड़ी काफी पृष्ठभूमि रही है। 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या के बाद अबान और उसका बड़ा भाई अहजम बाल संरक्षण गृह में रखे गए थे। कुछ महीनों बाद दोनों वहां से निकले और रिश्तेदार के घर रहने लगे। इसके बाद 15 अप्रैल 2023 को अतीक और अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में मारा गया, जबकि उनकी पत्नियां फरार हैं। अतीक का बड़ा बेटा उमर जेल में है और तीसरे बेटे असद को झांसी एनकाउंटर में मार गिराया गया।

इस पूरी घटना ने स्पष्ट कर दिया कि अली और अबान की मुलाकातें सुरक्षित और नियंत्रित माहौल में हो रही थीं। बावजूद इसके, वीडियो के वायरल होने से Jhansi Jail प्रशासन, सुरक्षा और संभावित साजिशों को लेकर कई सवाल उठ गए हैं। अली की जेल बदलने की प्रक्रिया और मुलाकातों का यह सिलसिला परिवार की हिंसक पृष्ठभूमि और अतीक अहमद के गिरोह से जुड़े मामलों को उजागर करता है।

 

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