Lucknow bhang chutney: लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया। मोहनलालगंज पुलिस ने खजौली गांव में छापेमारी कर एक चाट विक्रेता को गिरफ्तार किया, जो आलू टिक्की में गांजे और भांग की चटनी मिलाकर ग्राहकों को परोसता था। आरोपी के पास से पुलिस ने सवा किलो गांजा बरामद किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी न केवल चटनी में नशा मिलाकर बेचता था, बल्कि गांजा अलग से पैकेट में भी उपलब्ध कराता था।
एसीपी मोहनलालगंज रजनीश कुमार वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम प्रमोद साहू है, जो गोसाईगंज के बरकत नगर का निवासी है। वह लंबे समय से चाट का ठेला लगाकर इस धंधे की आड़ में नशे का कारोबार कर रहा था। पूछताछ में प्रमोद ने खुलासा किया कि उसके कुछ “फिक्स ग्राहक” थे, जो अंडा और चाट खाने के बहाने उसके ठेले पर आते थे। इन ग्राहकों के लिए वह विशेष रूप से गांजा और भांग मिक्स चटनी तैयार करता था और उनकी प्लेट में मिलाकर परोसता था। इसके अलावा वह 500 से 1200 रुपये प्रति पुड़िया गांजा भी बेचता था।
इसी दौरान नगराम पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया, जो शिक्षण और मेडिकल संस्थानों के पास गांजा बेचने का काम कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, ये तस्कर छात्रों और आसपास के युवाओं को निशाना बनाकर 500 रुपये में गांजे की पुड़िया बेचते थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सरोजनीनगर के गौरी बाजार निवासी मनीष यादव, नगराम के भवानीखेड़ा के जगदीप और पारा काशीराम कॉलोनी के देव रावत उर्फ चोचक के रूप में हुई है। चोचक का आपराधिक इतिहास लंबा है—उस पर 10 मुकदमे दर्ज हैं और मानकनगर थाने से गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई हो चुकी है।
Lucknow पुलिस ने इनके पास से पौने पांच किलो गांजा और एक ई-रिक्शा बरामद किया, जिसका इस्तेमाल नशा ढोने में किया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि इन गिरफ्तारियों के जरिए नशे के एक सक्रिय नेटवर्क पर बड़ा प्रहार किया गया है।
Lucknow एसीपी ने स्पष्ट किया कि Lucknow पुलिस नशा तस्करी के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है और इस तरह की गतिविधियों में लिप्त लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे किसी भी पेशे में हों। पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि यदि उन्हें अपने आसपास इस तरह की कोई गतिविधि नजर आए तो तुरंत सूचना दें, ताकि युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सके।