- विज्ञापन -
Home Big News सपा छोड़ बसपा का दामन पकड़ेंगे आजम खान! अखिलेश यादव और शिवपाल...

सपा छोड़ बसपा का दामन पकड़ेंगे आजम खान! अखिलेश यादव और शिवपाल का आया पहला रिएक्शन

Azam Khan
Azam Khan

Azam Khan: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान 23 महीने बाद जेल से रिहा हो रहे हैं। जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, “आजम खान की रिहाई पार्टी के लिए खुशी की बात है। आजम खान के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए थे। अगर हमारी पार्टी सत्ता में आई तो इन झूठे मामलों को वापस ले लिया जाएगा। आजम खान को न्याय मिलेगा।”

समाजवादी पार्टी को भरोसा था कि कोर्ट न्याय करेगा: अखिलेश 

- विज्ञापन -

अखिलेश यादव ने मामले मे आगे कहा कि, “SP नेता आजम खान जेल से रिहा हो गए हैं। इसके लिए मैं कोर्ट का धन्यवाद करता हूं। समाजवादी पार्टी को भरोसा था कि कोर्ट न्याय करेगा। हमें उम्मीद है कि भविष्य में बीजेपी कोई और झूठा केस दर्ज नहीं करेगी और कोई अन्याय नहीं होगा; एक अधिकारी को बार-बार सेवा विस्तार दिया गया। आजम खान की रिहाई समाजवादी पार्टी के लिए खुशी की बात है।”

Aligarh-कानपुर हाईवे पर कार-कैंटर की भीषण टक्कर, आग में झुलसकर 5 लोगों की दर्दनाक मौत

BSP में शामिल होने की अटकलों पर क्या बोले सपा प्रमुख?

आजम खान के BSP में शामिल होने की अटकलों पर, सपा प्रमुख ने कहा कि, “आजम खान और समाजवादी पार्टी ने लंबे समय तक बीजेपी का विरोध किया है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उनके सभी मामले सुलझ जाएंगे। जिस तरह मुख्यमंत्री ने अपने डिप्टी सीएम और अन्य बीजेपी नेताओं के खिलाफ मामले वापस लिए, उसी तरह SP सरकार बनने के बाद आजम खान के खिलाफ सभी झूठे मामले भी वापस ले लिए जाएंगे।”

 आजम खान को झूठे मामलों में फंसाया: शिवपाल यादव 

अखिलेश यादव के बाद SP नेता शिवपाल यादव ने भी आजम खान के बारे में बयान दिया है। जहां उन्होंने कहा कि, “सरकार ने आजम खान को झूठे मामलों में फंसाया था। लेकिन कोर्ट ने उन्हें राहत दी। इसलिए हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। SP उन्हें हर संभव मदद दे रही है।”

जानकारी के लिए आपको बता दें कि, आजम खान सपा के सबसे प्रमुख नेताओं और मुलायम सिंह यादव की सरकार में सबसे प्रभावशाली नेतओं में से एक थे। हालांकि, सरकार बदलने के बाद उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए और उन्हें जेल भेज दिया गया। इस दौरान आजम के समर्थक अखिलेश से नाराज थे क्योंकि उन्हें लगता था कि अखिलेश इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

UP ने वित्तीय अनुशासन में दिखाया दम, 37,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू सरप्लस के साथ नंबर वन

- विज्ञापन -
Exit mobile version