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Azam Khan की रिहाई पर सियासी भूचाल, करीबी रुचि वीरा संग दिखे, नई पार्टी बनाने की अटकलें तेज

Azam Khan

Azam Khan release: सीतापुर जेल से लगभग 23 महीने बाद आजम खान की रिहाई ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। जेल के बाहर उनके समर्थकों की भारी भीड़ इकट्ठा हुई और माहौल जश्न में तब्दील हो गया। उनके साथ बेटे अदीब और अब्दुल्ला मौजूद थे, वहीं मुरादाबाद सांसद व उनकी करीबी मानी जाने वाली रुचि वीरा भी इस मौके पर डटी रहीं। रुचि वीरा को हमेशा से आजम खेमे का खास माना गया है और माना जाता है कि मुरादाबाद से उनका टिकट दिलाने में भी आजम खान का बड़ा हाथ रहा।

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आजम की रिहाई पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी का बयान भी सुर्खियों में रहा। उन्होंने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि संकट की घड़ी में उन्होंने आजम खान का साथ छोड़ दिया। रजवी ने यहां तक कह डाला कि आजम को अब अपनी नई पार्टी बनाने पर विचार करना चाहिए। उनका दावा है कि अगर 2027 में आजम अपनी पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ते हैं, तो यूपी का मुसलमान मजबूती से उनके साथ खड़ा होगा और इससे अखिलेश यादव की असली ताकत सामने आ जाएगी।

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Azam Khan की रिहाई की प्रक्रिया में सुबह थोड़ी देर जरूर हुई। रामपुर कोर्ट से एक चालान समय पर जमा न होने के कारण कागजी कार्रवाई अटक गई थी। बाद में बेटा अदीब ने जरूरी प्रक्रिया पूरी करवाई, जिसके बाद दोपहर करीब 12.15 बजे आजम जेल से बाहर निकले और समर्थकों के साथ रामपुर के लिए रवाना हुए।

रिहाई के दौरान सांसद रुचि वीरा की मौजूदगी खास रही। उन्होंने कहा कि यह न्याय की जीत है और पूरे देश ने देखा कि आजम खान के साथ ज्यादती हुई। उन्होंने भरोसा जताया कि लोग अब बेसब्री से उनके बीच आने और उनकी बात सुनने का इंतजार कर रहे हैं।

62 वर्षीय रुचि वीरा का राजनीतिक करियर भी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। बिजनौर की मूल निवासी रुचि 2013 के उपचुनाव में पहली बार विधायक बनीं। बाद में कुछ समय बसपा से भी जुड़ीं, लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में आजम की पैरवी से सपा उम्मीदवार बनीं और मुरादाबाद से जीत हासिल की।

Azam Khan की वापसी और उनके लिए नई पार्टी बनाने की उठी मांग ने संकेत दे दिया है कि आने वाले समय में यूपी की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं। रुचि वीरा की निकटता और मौलाना रजवी के बयान इस संभावना को और मजबूत कर रहे हैं।

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