Bulandshahr news: Bulandshahr के चर्चित श्मशान घाट वीडियो मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। वायरल वीडियो में नजर आने वाली महिला ने भाजपा नेता पर नहीं, बल्कि गांव के तीन नामजद और छह अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए सलेमपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। महिला का कहना है कि वीडियो जानबूझकर एक साजिश के तहत बनाया गया और फिर उसे ब्लैकमेल करने और रंगदारी वसूलने का हथियार बना लिया गया।
पीड़िता का आरोप है कि जिन लोगों ने वीडियो रिकॉर्ड किया, उन्होंने उसे वायरल करने की धमकी दी और बदले में एक लाख पचास हजार रुपये की मांग की। Bulandshahr महिला ने दावा किया है कि जब उसने पैसा देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसका मानसिक और सामाजिक शोषण किया। यही नहीं, महिला ने एफआईआर में बलात्कार के प्रयास और SC/ST ऐक्ट के उल्लंघन जैसे गंभीर अपराधों का भी उल्लेख किया है।
महिला का कहना है कि इस पूरी घटना को एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया। आरोपियों ने न सिर्फ उसकी छवि खराब करने की कोशिश की, बल्कि उसकी जातिगत पहचान को भी निशाना बनाया। वायरल वीडियो में महिला भाजपा नेता के साथ दिखाई दे रही थी, लेकिन अब तक नेता के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। महिला ने सीधे तौर पर नेता पर कोई आरोप नहीं लगाया है।
एफआईआर में दर्ज धाराओं में आईटी एक्ट, ब्लैकमेलिंग, जबरन वसूली, बलात्कार की कोशिश और दलित उत्पीड़न कानून (SC/ST एक्ट) शामिल हैं। ये सभी धाराएं न केवल गंभीर हैं, बल्कि न्यायिक दृष्टिकोण से भी कड़ी सजा की श्रेणी में आती हैं। इस मामले ने राजनीतिक और कानूनी हलकों में नई बहस छेड़ दी है।
सलेमपुर थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस सभी आरोपों की गहराई से जांच कर रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला अब सिर्फ एक वायरल वीडियो की नैतिक बहस से आगे बढ़ चुका है। जातीय उत्पीड़न, यौन हिंसा और साजिश जैसे गंभीर पहलुओं ने इसे एक संवेदनशील और जटिल आपराधिक केस बना दिया है, जिसकी सच्चाई अब जांच के बाद ही सामने आएगी।