UP Police bans making reels: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवेदनशील ड्यूटी पॉइंट्स पर रील या वीडियो बनाने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती पर तत्काल रोक लगाने का सख्त निर्देश दिया है। उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में, सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि वर्दी अनुशासन, मर्यादा और सेवा का दायित्व है, न कि दिखावा या प्रचार का माध्यम। उन्होंने कहा कि UP Police कर्मी की वर्दी में जनता के प्रति समर्पण और संवेदनशीलता झलकनी चाहिए, न कि हल्कापन या प्रदर्शन।
यह कदम ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने की बढ़ती प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए उठाया गया है, जिसे मुख्यमंत्री ने वर्दी की गरिमा को आघात पहुँचाने वाला माना है। सीएम ने दो टूक कहा कि जनसेवा के कार्य में अनुशासन सर्वोपरि है और UP Police ड्यूटी के दौरान रील बनाना अस्वीकार्य है।
आगामी त्योहारों के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े निर्देश
मुख्यमंत्री ने आगामी पर्व-त्योहारों, जैसे कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली, गुरु नानक जयंती, ददरी मेला (बलिया) और गढ़मुक्तेश्वर मेला (हापुड़) की तैयारियों की भी समीक्षा की। लाखों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, उन्होंने सभी 75 जिलों के प्रशासन और पुलिस को पूरी तरह चौकन्ना रहने का निर्देश दिया।
सीएम ने भीड़ प्रबंधन, स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने पर जोर देते हुए कहा कि यह केवल प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि सेवा और संवेदना का दायित्व है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
घाटों और मेलों पर अतिरिक्त सतर्कता
घाटों और मेलों के लिए, सीएम योगी ने विशेष व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने का आदेश दिया। जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को पर्याप्त प्रकाश, फ्लोटिंग बैरियर, सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल कैंप, मोबाइल टॉयलेट और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाएँ पहले से ही सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
नदियों का जलस्तर ऊँचा होने और प्रवाह तेज होने के कारण अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को सक्रिय रूप से तैनात करने को कहा गया है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। सबसे महत्वपूर्ण, मुख्यमंत्री ने बिना लाइफ जैकेट के किसी को भी नाव पर सवारी की अनुमति न देने का सख्त निर्देश दिया है।
काशी की देव दीपावली, अयोध्या, प्रयागराज, बलिया, हापुड़ जैसे संवेदनशील जिलों में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए, पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य और ट्रैफिक विभागों के बीच सर्वोच्च स्तर का समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
किसानों और अवैध खनन पर भी फोकस
बैठक में धान खरीद प्रक्रिया की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने किसानों को परेशानी से बचाने, बिचौलियों की भूमिका खत्म करने और उपज का उचित मूल्य समय पर दिलाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने अवैध खनन पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि खनन माफिया बख्शे नहीं जाएंगे और लापरवाह अधिकारियों पर सीधे कार्रवाई होगी। गो-आश्रय स्थलों के लिए, जिलाधिकारियों को स्वयं निरीक्षण कर गोवंशों को पर्याप्त चारा, पानी और चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
