Sambhal CO: संभल के खग्गू सराय स्थित कार्तिकेय महादेव मंदिर की 46 साल पुरानी रथ यात्रा में पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी का गदा लेकर शामिल होना विवादों में आ गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मुरादाबाद DIG ने CO के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने DGP से शिकायत कर वर्दी में धार्मिक आयोजन में भाग लेने को सरकारी सेवक आचरण नियमावली का उल्लंघन बताया था।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई
1 जनवरी को कर्नाटक के किष्किंधा से रथ यात्रा कार्तिकेय महादेव मंदिर पहुंची। यात्रा के दौरान CO अनुज चौधरी गदा लेकर रथ के साथ चलते हुए नजर आए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने लोगों को दो हिस्सों में बांट दिया। जहां कुछ लोग इसे धार्मिक उत्सव का हिस्सा मानकर Sambhal CO की तारीफ कर रहे थे, वहीं अन्य ने इसे सरकारी नियमों का उल्लंघन बताया।
संभल के CO अनुज चौधरी के रथ यात्रा में गदा उठाने पर विवाद! वर्दी में धार्मिक आयोजन में भाग लेने पर @Uppolice आचरण नियमावली के उल्लंघन का आरोप। पूर्व IPS @Amitabhthakur की शिकायत पर @digmoradabad ने जांच के आदेश दिए। #RathYatra #UPPolice pic.twitter.com/t0H49epCWE
— The MidPost (@the_midpost) January 13, 2025
पूर्व IPS की शिकायत
पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने Sambhal COअनुज चौधरी के खिलाफ डीजीपी को शिकायत भेजी। उन्होंने कहा कि वर्दी में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होना उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 के नियम 3 और 4 का स्पष्ट उल्लंघन है। ठाकुर ने डीजीपी के 2014 में जारी किए गए सर्कुलर का भी हवाला दिया, जिसमें सरकारी अधिकारियों को वर्दी में धार्मिक आयोजनों में भाग लेने से मना किया गया था।
जांच के आदेश
शिकायत के बाद मुरादाबाद DIG ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल Sambhal CO अनुज चौधरी की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
क्या कहते हैं लोग
घटना पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोग इसे सांस्कृतिक भागीदारी मानकर सही ठहरा रहे हैं, जबकि अन्य ने सरकारी अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।
यह घटना सरकारी सेवकों की धार्मिक आयोजनों में भागीदारी और उनके आचरण पर एक अहम चर्चा छेड़ती है। जांच के नतीजे से ही तय होगा कि क्या CO ने नियमों का उल्लंघन किया है।