UP encounter: गुरुवार का दिन उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी भरा रहा, जब महज तीन घंटे के भीतर तीन अलग-अलग एनकाउंटर में तीन वांछित अपराधियों को ढेर कर दिया गया। ये कार्रवाइयां प्रयागराज और सीतापुर जिलों में की गईं। सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में शामिल दो इनामी शूटरों को मुठभेड़ में मार गिराया गया, जबकि प्रयागराज में झारखंड का कुख्यात अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह एनकाउंटर में ढेर हुआ।
प्रयागराज में एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि झारखंड का हिस्ट्रीशीटर आशीष रंजन एक बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने प्रयागराज आ रहा है। इस इनपुट पर एसटीएफ की टीम ने शिवराजपुर चौराहे के पास घेराबंदी की। जैसे ही आरोपी वहां पहुंचा, उसने एके-47 और 9 एमएम पिस्तौल से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे गोली मार दी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से एके-47 राइफल, पिस्तौल, भारी मात्रा में गोलियां और मोटरसाइकिल बरामद की गई।
दूसरी ओर, सीतापुर के पिसावां थाना क्षेत्र में UP पुलिस और UP एसटीएफ की संयुक्त टीम ने पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में शामिल दो शूटरों—राजू और संजय को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दोनों आरोपी सगे भाई थे और मिश्रिख इलाके के रहने वाले थे। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था और वे पिछले पांच महीनों से फरार चल रहे थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि ये हरदोई-सीतापुर सीमा पर देखे गए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में पुलिस की फायरिंग में दोनों घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई।
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या इसी साल 8 मार्च को उस समय हुई थी, जब वे बाइक से अपने काम पर जा रहे थे। लखनऊ-दिल्ली हाईवे के हेमपुर ओवरब्रिज पर उन्हें गोली मार दी गई थी। इस मामले में पहले ही दो आरोपी—including कारदेव मंदिर के बाबा—गिरफ्तार होकर जेल भेजे जा चुके हैं।
तीनों एनकाउंटर राज्य में UP कानून व्यवस्था की सख्ती और UP पुलिस की मुस्तैदी को दर्शाते हैं। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और प्रदेश में कानून का राज कायम रहेगा।