- विज्ञापन -
Home Big News ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क, सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट

ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क, सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट

UP Red Alert

UP Red Alert: रेड अलर्ट की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से UP Red Alert हैं। खासकर नेपाल सीमा से सटे जिलों में रातभर वाहनों की चेकिंग जारी रही। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा तंत्र चौकन्ना हो गया है।

सीमा सुरक्षा पर विशेष फोकस

- विज्ञापन -

ऑपरेशन सिंदूर के लागू होते ही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में UP Red Alert घोषित कर दिया। इसके बाद प्रदेश की सीमाओं पर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। खासतौर पर नेपाल से सटी सीमाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इन जिलों में रातभर वाहनों की चेकिंग की गई ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। सशस्त्र सीमा बल (SSB) भी पूरी तरह से सतर्क मोड में है और नेपाल सीमा पर तैनात जवान लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं।

सक्रिय हैं खुफिया एजेंसियां

आईबी यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीमें यूपी पुलिस के संपर्क में हैं। पुलिस मुख्यालय ने हर जिले के कप्तान और पुलिस कमिश्नरों को UP Red Alert रहने के निर्देश दिए हैं। खुफिया एजेंसियों से मिल रही हर सूचना को गंभीरता से लेकर स्थानीय स्तर पर उसकी जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, बीते गुरुवार को आईबी ने कई अहम जानकारियां साझा की थीं, जिन्हें फिलहाल गोपनीय रखा गया है लेकिन उन पर जांच जारी है।

सीमांत जिलों में विशेष सतर्कता

श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बहराइच, लखीमपुरखीरी, पीलीभीत और बलरामपुर जैसे नेपाल सीमा से सटे जिलों में सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता अधिक है। यहां पहले से ही अवैध मदरसों पर कार्रवाई चल रही थी, जिसे अब और गंभीरता से लिया जा रहा है। जिला प्रशासन और पुलिस संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चला रहे हैं।

सोशल मीडिया पर भी नजर

एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि सोशल मीडिया पर भी निगरानी तेज कर दी गई है। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी और किसी भी उकसाने वाली पोस्ट पर तुरंत एक्शन लिया जा रहा है। राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है।उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट की स्थिति को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से तैयार हैं। सीमाओं पर कड़ी निगरानी, खुफिया एजेंसियों के सक्रिय इनपुट और सोशल मीडिया पर चौकसी के जरिये किसी भी खतरे को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।

- विज्ञापन -
Exit mobile version