- विज्ञापन -
Home Crime कहीं ईसाई, कहीं मुसलमान : गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन की दुकान

कहीं ईसाई, कहीं मुसलमान : गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन की दुकान

नंदग्राम के बाद अब मोदीनगर में सामने आया केस, 4 गिरफ्तार

                    राहुल शर्मा

- विज्ञापन -

Ghaziabad (यूपी)। लगातार सामने आ रहे मामलों को लेकर लगने लगा है कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लोग हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करने की दुकानें चलाने लगे हैं। शादी, रोजी-रोजगार, बीमारियां दूर करने सहित प्रॉपर्टी के लालच में हिन्दुओं से धर्म परिवर्तन कराने की कारगुजारियां चल रही हैं। हालिया मामला मेरठ से सटे गाजियाबाद के मोदीनगर का है। जहां पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

ये है हालिया मामला

मोदीनगर थाना की रहने वाली संगीता नाम की महिला ने पुलिस को एक शिकायत दी। महिला ने आरोप लगाया कि उसके जेठ का बेटा आशु जबरन उसका और उसके पति का धर्म परिवर्तन कराना चाहता है। वह ईसाई धर्म में शामिल होने का दवाब बना रहा है। संगीता ने इसका विरोध किया, तो आशु और उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में हुआ ये खुलासा

पूछताछ के दौरान आशु ने बताया कि उसने कई साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था। अब वह अपने चाचा-चाची का भी धर्म परिवर्तन कराना चाहता था।

पौलुस है गैंग का मास्टर माइंड

इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड मोदीनगर का ही रहने वाला पौलुस है। पौलुस ने आशु के साथ मिलकर अब तक सैकड़ों लोगों का धर्म परिवर्तन करा दिया है।

ये है गैंग

गिरफ्तार किए गए लोगों में गोविन्दपुरी मोदीनगर निवासी आशु (19) के अलावा, पौलुस मसीह (43), पास्टर रासी (52) और छुटू कुमार शाह हैं।

35 सौ रुपये था कमीशन

पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दिल्ली की एक संस्था से धर्म परिवर्तन कराने की एवज में प्रति व्यक्ति 3500 रुपये मिलते थे। पुलिस गैंग सरकगना पौलुस के मोबाइल डाटा को रिकवर करने में जुटी है, ताकि इस पूरे गिरोह का खुलासा किया जा सके।

100 से ज्यादा का बदला धर्म

डीसीपी ग्रामीण की मानें तो पौलुस मसीह और उसके साथी जरूरतमंदों को टारगेट कर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाते थे। बीमारी के इलाज और रोजगार-शादी का लालच देकर लोगों को प्रार्थना सभाओं में बुलाया जाता था। वहां ईसाई धर्म की गतिविधियां कराई जाती थीं। प्रारंभिक जांच में पुलिस को आरोपियों ने सौ से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने की बात कबूली है।

पहले भी हुए हैं खुलासे

गौरतलब है कि गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन कराने का ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि दोल दिन पहले ही नंदग्राम पुलिस ने भी धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए शहर के दशकों पुराने इन्ग्राहम इंस्टीटयूट नाम के शिक्षण संस्थान के पीटीआई जेराल्ड मैथ्यूस मैसी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया  था। यह गिरोह भी इलाज और लालच के जरिये लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। इस गैंग की छानबीन में महाराष्ट्र, केरल और ओडिशा का कनेक्शन मिला था।

ये भी पढ़ें : योगीजी देख लो! स्मार्ट सिटी में कितनी महफूज है महिला

ओडिशा से है मैन कनेक्शन

मोदीनगर पुलिस द्वारा पकड़े गए गिरोह का कनेक्शन भी ओडिशा से मिला है। इससे पहले नंदग्राम के गिरोह के तार भी ओडिशा, केरल और महाराष्ट्र से जुड़े थे। लिहाजा माना जा रहा है कि गिरोह को संचालित करने वाला शख्स ओडिसा से ही इस गैंग को वेस्टर्न यूपी में ओपरेट कर रहा है। पुलिस का अंदेशा है कि बड़े पैमाने पर मुहिम चलाकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। पुलिस गिरोह से जुड़े लोगों को ट्रेस करने में जुट गई है।

विदेश से भी जुड़े हैं तार

पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि पुलिस ने मसीह के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है और विदेशों में स्थित कुछ संस्थाओं के साथ उसके संबंधों का पता लगाने के लिए संदिग्ध कॉल की जांच कर रही है, जहां से उन्हें धन मिल रहा है। आशंका है कि इस गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हुए हैं, और पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है. डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि, हमने आशु और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने सैकड़ों लोगों का धर्म परिवर्तन कराया है. मामले की जांच आगे भी जांच की जारी है।

मुस्लिम बनाने वाले गैंग भी

गौरतलब है कि पिछले दिनों गाजियाबाद Ghaziabad में ही कुछ ऐसे मामले भी सामने आते रहे हैं जिसमें हिन्दू समुदाय के लोगों को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर या प्रेरित किया जा रहा था। एक कनसल्टेंट एजेंसी चलाने वाले और कविनगर के शास्त्रीनगर इलाके में एक स्कूल टीचर की घटनाएं इनका ताजा उदाहरण हैं।

- विज्ञापन -
Exit mobile version