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Health Tips: हार्ट अटैक पड़ना आजकल क्यों हो गया है इतना आम, जानिए कारण

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Health Tips: आज अपना दिल थाम कर बैठिए क्योंकि आज हम उस विषय पर चर्चा करने जा रहे है जो आपने दिल से संबंधित है. इस नए दौर में दिल का दौरा पड़ता बहुत ही आम बात हो गया है. पिछले कुछ दिनों में आपने ऐसे कई सारे वीडियो देखे होगे जिसमे लोग डांस कर रहे थे, वर्क ऑउट कर रहे थे, या गाड़ि चला रहे थे, या फिर चुप चाप कुर्सी पर बैठे थे और उस दौरान अचानक से हर्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई. 
हाल कि ही बात करें तो 2 वीडियो सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रही है जिसमे एक व्यक्ति डांस करते-करते अतानक हर्ट अटैक आगा वहीं दुसरा व्यक्ति डॉक्टर के पास बैठा था और उसे हर्ट अटैक आ गया. आपको याद होगा पिछले दिनों कोलकाता में एक Live Concert के दौरान मशहूर सिंगर के.के. की तबियत अचानक बिगड़ गई थी और Hotel पहुंचने के बाद हार्ट अटैक (Heart Attak)  की वजह से उनकी सिर्फ 53 साल की उम्र में मौत हो गई थी. इसलिए आज यहां बड़ा सवाल ये है कि आखिर 45 साल से कम उम्र के युवाओं को अचानक जानलेवा Heart Attack क्यों आ रहा है. 
इन तमाम घटनाओं के बाद हर किसी के जुवान पर यही सवाल है कि क्या फिट व्यक्ति को भी हर्ट अटैक आते है.  
हार्ट अटैक के क्या कारण हैं?
 आपके दिल की मांसपेशियों को लगातार ऑक्सीजन के साथ रक्त की आवश्यकता होती है, जिसे कोरोनरी धमनियां पूरा करती हैं। यह रक्त आपूर्ति तब अवरुद्ध हो जाती है जब आपकी धमनियों में प्लाक जमा होता है और नसें संकीर्ण हो जाती हैं। यह फैट, कैल्शियम, प्रोटीन और इंफ्लेमेशन कोशिकाओं द्वारा होता है। प्लाक जमा होने से बाहरी परत कठोर होती है जबकि भीतरी परत मुलायम रहती है। प्लाक कठोर होने की स्थिति में बाहरी आवरण टूट जाता है। इसके टूटने से ऐसी स्थिति बनती है, जिसमें नस के चारों ओर रक्त के थक्के बनने लगते हैं। अगर एक भी रक्त का थक्का आपकी धमनी में आ जाता है तो इससे रक्त की आपूर्ति बाधिक होती है, जिसके कारण आपके हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और स्थिति खराब हो जाती है। ऐसा होने पर मांसपेशी मर जाती है, जिसके परिणामस्वरूप दिल को नुकसान पहुंचता है। नुकसान की तीव्रता, उपचार और अटैक के बीच के समय के अंतराल पर निर्भर करती है। दिल का दौरा पड़ने के बाद हृदय की मांसपेशियां खुद की मरम्मत करने लगती हैं। औसतन, उन्हें ठीक होने में लगभग 2 महीने लगते हैं।

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