How to take insulin: डायबिटीज की बीमारी धीरे-धीरे महामारी का रूप लेती जा रही है। भारत में इस बीमारी के 77 लाख मरीज हैं। हर साल मामले बढ़ रहे हैं। युवा भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। खान-पान की गलत आदतें और खराब जीवनशैली डायबिटीज का एक बड़ा कारण माना जाता है। कई मामलों में यह रोग अनुवांशिक कारणों से भी होता है। मधुमेह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि के कारण होता है। कंट्रोल करने के लिए लोग इंसुलिन का इंजेक्शन भी लेते हैं।
कई लोगों को दिन में दो से तीन बार इंसुलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। ऐसे में यह भी जरूरी है कि इंजेक्शन लेने का सही तरीका पता होना चाहिए। दर्द से बचने और बेहतर असर के लिए कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
एंड्रोक्रोनोलॉजिस्ट डॉ. स्वप्निल कुमार बताते हैं कि इंसुलिन का इंजेक्शन ऐसी जगह पर लगाना चाहिए, जहां चर्बी ज्यादा हो। यह इंजेक्शन चर्बी की परत पर लगाना चाहिए। ध्यान रहे कि किसी भी दूसरे टीके की तरह इसे भी मांसपेशियों में न लगाएं। डॉक्टर बताते हैं कि इंसुलिन का इंजेक्शन लेते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसकी सुई कम से कम पांच से 10 सेकंड तक शरीर के अंदर ही रहें।
खाने से 20 मिनट पहले इंजेक्शन लें
हमेशा ध्यान रखें कि खाना खाने से कम से कम 20 मिनट पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लें। इंजेक्शन लेने के बाद कुछ जरूर खाएं। इसके साथ ही रोजाना अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करना भी जरूरी है। उचित इंजेक्शन के लिए, इसे जल्दी से इंजेक्ट करें और सुई को कम से कम 8 से 10 सेकेंड के लिए अंदर रखें। सुई लगाने से पहले इसे रुई से थोड़ा सा साफ कर लें।
मधुमेह के मामले बढ़ रहे हैं
भारत में मधुमेह के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। बच्चों में टाइप-2 डायबिटीज के मामले आ रहे हैं। मधुमेह के कारण शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं। इससे आंखों में डायबिटिक रेटिनोपैथी बीमारी होने का खतरा रहता है, जिससे आंखों की रोशनी जा सकती है। मधुमेह किडनी और हृदय को भी प्रभावित करता है।
डॉक्टरों का कहना है कि पिछले करीब पांच साल में डायबिटीज की बीमारी बहुत बढ़ गई है। इसका मुख्य कारण खान-पान की गलत आदतें और खराब जीवनशैली है। जागने का समय निश्चित न होने और व्यायाम न करने से भी यह रोग बढ़ता है।