9 अप्रैल, मंगलवार से चैत्र नवरात्रि का त्योहार शुरू हो रहा है। इसके बाद 17 अप्रैल को रामनवमी यानी रामलला का जन्मदिन का त्योहार मनाया जाएगा। नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक हर जगह चैत्र नवरात्रि बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। आपको बता दें कि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन हिंदू नववर्ष के रूप में भी मनाया जाता है। इन शुभ दिनों में देवी के दर्शन के लिए भारी भीड़ होती है।
अगर आप देवी के शक्तिपीठ के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं तो राजधानी दिल्ली में स्थित देवी के मंदिरों में माथा टेकने जरूर जाएं। यहां कई प्राचीन मंदिर हैं, जो मनोकामना पूरी करने के लिए जाने जाते हैं। नवरात्रि के दौरान इन मंदिरों में लोगों की भीड़ लगी रहती है। तो आइए जानते हैं दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में।
झंडेवालान मंदिर
देवी आदिशक्ति का यह मंदिर पूरी दिल्ली में बहुत प्रसिद्ध है। यह झंडेवालान रोड पर स्थित है। आपको बता दें कि आप झंडेवालान स्टेशन पर ब्लू लाइन मेट्रो से उतरकर पैदल इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां सुबह-शाम भक्तों की भारी भीड़ रहती है। आपको बता दें कि शाहजहां के शासनकाल के दौरान यहां झंडे फहराए गए थे, जिसके कारण इस मंदिर का नाम झंडेवालान पड़ा।
कालका जी मंदिर
महाकाली को समर्पित इस मंदिर के प्रति लोगों की अटूट आस्था है। यह दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में गिना जाता है। यहां कालका जी स्टेशन पर वॉयलेट लाइन मेट्रो से उतरकर सीधे मंदिर तक जा सकते हैं। चूंकि इस बार नवरात्रि का त्योहार मंगलवार से शुरू हो रहा है इसलिए यहां काफी भीड़ देखी जा सकती है। ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने यहां देवी मां की पूजा की थी।
छतरपुर मंदिर
छतरपुर मंदिर भी दिल्ली का एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मां कात्यायनी को समर्पित है। नौ देवियों में मां कात्यायी को छठा स्थान प्राप्त है। आपको बता दें कि देवी कात्यायनी का मुख्य मंदिर छतरपुर में है, जो केवल नवरात्रि के दौरान खुला रहता है। यहां आप छतरपुर मेट्रो स्टेशन पर येलो लाइन मेट्रो से उतरकर जा सकते हैं। मेट्रो स्टेशन से इस मंदिर की दूरी 1 से 2 किलोमीटर है।