Deoria murder case: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें बाइक स्टंट को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद एक दरोगा के बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह घटना जिले के तरकुलवा थाना क्षेत्र के कोन्हवलिया मोड़ की है, जहां मंगलवार रात यह दुखद हादसा हुआ।
मृतक रोहित विश्वकर्मा (29) वाराणसी के पांडेयपुर पुलिस चौकी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर जयप्रकाश विश्वकर्मा के बेटे थे। रोहित एक लाइटिंग कंपनी में बतौर सेल्समैन काम करता था और Deoria में अकेले किराए के मकान में रहता था। 8 जुलाई की शाम को वह अपने दो दोस्तों—पुण्य मणि त्रिपाठी और अंकित विश्वकर्मा—के साथ कार से कुशीनगर के पडरौना गया था। वापसी के दौरान रात में कोन्हवलिया मोड़ के पास उनकी कार को दो बाइक सवार युवकों ने बार-बार ओवरटेक कर स्टंट करने की कोशिश की।
रोहित ने कार रोककर उन युवकों को समझाने की कोशिश की, लेकिन इस पर विवाद शुरू हो गया। बाइक सवारों ने गुस्से में आकर अपने 7-8 और साथियों को फोन कर मौके पर बुला लिया। इसके बाद समूह ने मिलकर रोहित और उसके दोस्तों पर हमला कर दिया। जब हालात बिगड़े, तो रोहित के दोनों दोस्त किसी तरह जान बचाकर कार लेकर भाग निकले, लेकिन रोहित को हमलावरों ने घेर लिया और उसकी बेरहमी से पिटाई की।
रोहित की मौके पर ही मौत हो गई और आरोपियों ने उसका शव पास की छोटी गंडक नदी में फेंक दिया। गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने नदी में तैरता हुआ शव देखा और पुलिस को सूचना दी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में सिर व शरीर पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं, जिससे हत्या की पुष्टि हुई है।
पीड़ित के पिता ने तरकुलवा थाने Deoria में अपहरण और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार वर्मा ने कहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से अधिक जानकारी सामने आएगी और जल्द ही मामले का पूरा खुलासा किया जाएगा।
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और Deoria पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गर्माया हुआ है और लोग कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। मृतक के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।