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Baghpat डीएम के सफाई अभियान से हड़कंप: खुद उठाई झाड़ू, लापरवाह अधिकारियों को लगाई फटकार

Baghpat

Baghpat News: बागपत जिले के सिसाना गांव में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब जिलाधिकारी अस्मिता लाल अचानक सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचीं। ग्रामीणों की लगातार शिकायतें थीं कि गांव की गलियों में गंदगी का अंबार लगा है, नियमित सफाई नहीं हो रही और इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बुधवार सुबह करीब 10:30 बजे गांव का दौरा किया।

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गांव में प्रवेश करते ही डीएम ने जब चारों तरफ कूड़ा-कचरा और गंदगी देखी, तो उन्होंने बिना देरी किए खुद झाड़ू उठा ली और सफाई करनी शुरू कर दी। उनका यह कदम देख वहां मौजूद लोगों और अधिकारियों में खलबली मच गई। देखते ही देखते अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और सफाई अभियान में जुट गए। डीएम का यह अप्रत्याशित एक्शन चर्चा का विषय बन गया।

निरीक्षण के दौरान गांववालों ने बताया कि बीते पांच वर्षों से गांव में नियमित सफाई नहीं की गई है। कूड़ा सड़कों पर ही पड़ा रहता है, जिससे दुर्गंध और बीमारियों की समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों की इस शिकायत पर डीएम अस्मिता लाल ने तत्काल संबंधित विभागों के अधिकारियों को तलब किया। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि चाहे जैसे भी हो, गांव में अब साफ-सफाई दिखनी चाहिए।

Baghpat डीएम के निर्देश मिलते ही डीपीआरओ ने खुद सफाई कार्य शुरू करवाया। वहीं, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) नीरज कुमार श्रीवास्तव और अन्य अधिकारियों ने भी झाड़ू उठाकर गंदगी साफ की। यह दृश्य देखने के लिए ग्रामीण भी जुट गए और उन्होंने डीएम की तारीफ करते हुए कहा कि पहली बार किसी अफसर ने इस तरह ज़मीनी स्तर पर उतरकर काम किया है।

Baghpat डीएम अस्मिता लाल ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि अगली बार निरीक्षण के दौरान गंदगी मिली, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव की सफाई सिर्फ कागजों में नहीं, ज़मीन पर भी दिखनी चाहिए।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। सिसाना समेत अन्य गांवों में भी सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। डीएम की सक्रियता से न केवल अधिकारियों में जवाबदेही की भावना आई है, बल्कि ग्रामीणों में उम्मीद भी जगी है कि अब उनकी समस्याओं पर वास्तव में काम होगा।

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