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Ballia में वर्चस्व की जंग: पूर्व सांसद और पूर्व विधायक के बेटों में भिड़ंत, दोनों पक्षों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा

Ballia

Ballia BJP clash: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया क्षेत्र में रविवार शाम भारतीय जनता पार्टी के दो दिग्गज नेताओं के बेटों के बीच तनाव उस समय खुली लड़ाई में बदल गया, जब एक अंतिम संस्कार कार्यक्रम के दौरान बात बिगड़ गई। यह टकराव पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे विपुलेंद्र प्रताप सिंह और पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह के बेटे विद्या भूषण सिंह के बीच हुआ, जिसके बाद दोनों गुटों में हिंसक झड़प हो गई।

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पुलिस के मुताबिक, सोनबरसा गांव निवासी प्रशांत उपाध्याय ने शिकायत दर्ज कराई कि वह पचरखिया घाट पर अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे, जहां सुरेन्द्र सिंह भी पहुंचे। दु:खद माहौल के कारण जब किसी ने बातचीत नहीं की, तो सुरेन्द्र सिंह गुस्से में अपशब्द कहकर लौट गए। प्रशांत का आरोप है कि लौटते समय देवराज ब्रह्ममोड़ चौराहे पर उनके काफिले को घेरकर लाठी-डंडों, ईंट-पत्थरों और धारदार हथियारों से हमला किया गया। साथ ही, सुरेन्द्र सिंह द्वारा पिस्तौल से गोली चलाने का भी आरोप है, जो उनके कान को छूते हुए निकल गई। इस हमले में कई लोगों को गंभीर चोटें आईं और वाहनों को भी क्षति पहुंची।

इसके जवाब में, सुरेन्द्र सिंह के बेटे विद्या भूषण सिंह ने भी पुलिस में रिपोर्ट दी कि जब वह देवराज ब्रह्ममोड़ पर मौजूद थे, तब विपुलेंद्र प्रताप सिंह और उनके सहयोगियों ने उन पर चाकू से गर्दन पर वार किया और लाठी-डंडों से पीटा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपुलेंद्र ने रिवॉल्वर से गोली चलाई।

Ballia पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) मोहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि इस झड़प में कुल दस लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज सोनबरसा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है। दोनों पक्षों की तहरीरों के आधार पर कुल 26 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें जानलेवा हमला, डकैती और बलवा जैसे आरोप शामिल हैं।

इस घटना के बाद Ballia की राजनीति में हलचल मच गई है। दोनों पक्ष एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं, जबकि पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है। यह झगड़ा सिर्फ आपसी रंजिश नहीं, बल्कि भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी और सियासी वर्चस्व की लड़ाई का संकेत देता है, जो अब सड़कों पर उतर आई है।

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